स्वामी विवेकानंद सामाजिक संस्थान की स्मारिका का विमोचन,पुरस्कार एवं सम्मान समारोह सम्पन्न हुआ
आजमगढ़: स्वामी विवेकानंद सामाजिक संस्थान द्वारा स्वामी जी की जयंती पर उपलक्ष्य में संस्थान द्वारा आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों का समापन रविवार को श्री अग्रसेन पीजी कालेज के सभागार में एक भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम, विचार गोष्ठी, स्मारिका विमोचन, पुरस्कार एवं सम्मान समारोह के साथ सम्पन्न हुआ। जिसमे जनपद के अनेक प्रतिष्ठित विद्यालय एवं संस्थाओं के बच्चों और कलाकारों ने प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथिवरिष्ठ चिकित्सक डॉ भक्तवत्सल समेत विशिष्ट अतिथियों ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। संस्था द्वारा स्वामी जी के जयंती पर प्रत्येक वर्ष विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से स्वामी जी के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य किया जाता है। इसके बाद संस्था की स्मारिका का विमोचन मुख्य अतिथियों द्वारा किया गया। कार्यक्रम को सम्बोधित करत हुए प्रो. प्रवेश सिंह ने कहा कि स्वामी जी का जीवनकाल बहुत अल्प समय का रहा और इस अल्प समय में ही उन्होंने जो कर दिया वे कई जन्मों के बराबर है। स्वामी जी ने पूरे दुनिया में भारत को एक नई पहचान दिलायी। प्रो. अखिलेश सिंह ने कहा कि स्वामी जी के विचार आज के समय में प्रासंगिक है और आज हमें भारत को आत्मनिर्भरता की तरफ ले जाना है तो स्वामी के विचारों के साथ ही आगे बढ़ना होगा। डा ईश्वर चन्द्र त्रिपाठी ने कहाकि आत्मनिर्भरता का स्वप्न स्वामी जी ने सवा सौ साल पूर्व ही भारतवासियों को दिखा दिया था। यह संस्था स्वामी जी के विचारों के युवाओं के अंदर पहुंचा रही है जिसके लिए बधाई के पात्र है। अशोक वर्मा ने कहाकि संस्था का यह प्रयास एक न एक दिन इस भारत के युवाओं को बुलंदियों पर ले जायेगा पुनः हमारे देश से स्वामी जी जैसा व्यक्तित्व जन्म लेगा। प्रबंधक रमाकांत वर्मा ने अपने सम्बोधन में कहा कि यह संस्था का सार्थक प्रयास है जो स्वामी जी के विचारों को जन जन तक पहुंचाने का कार्य कर रहा है। डा. रविन्द्र राय ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि स्वामी जी अलौकिक प्रतिभा के धनी थे। ऐसे व्यक्ति लाखों वर्ष में एक बार ही अवतरित होते है। वे साक्षात ही अवतार थे। शैलेश राय ने कहाकि भारत को समृद्धता की ओर तब ले जाने का प्रयास किया जब भारत कुंठाग्रस्त हो चुका था। ऐसे में स्वामी जी ने भारतवासियों के अंदर एकनई ऊर्जा का संचार किया। डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन एडवाकेट अमित श्रीवास्तव ने कहा कि स्वामी जी ने जिस प्रकार अमेरिका के शिकागों के अंदर हिन्दु धर्म की उदारता को रखा उससे पूरा विश्व हिन्दू धर्म के प्रति सहृदय हो उठा। उनकी बातों की मौलिकता को पूरे विश्व ने पहचाना। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए संस्था के प्रबंधक विभाष सिन्हा ने कहा कि संस्था निरंतर स्वामी जी के विचारों को युवा पीढ़ी में पहुचाने के लिए प्रत्येक वर्ष निबंध प्रतियोगिताओं का आयोजन करती है जिसके द्वारा विभिन्न स्कूलों के बच्चें भाग लेते है। इन प्रतियोगिताओं के माध्यम से युवा स्वामी जी के कृतित्व व व्यक्तित्व पर अध्ययन करते है। कार्यक्रम का शुभांरभ डा भक्तवत्सल व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का संचालन अभय तिवारी ने किया। कार्यक्रम में राजन प्रसाद यादव, सुभाष चन्द्र तिवारी कुंदन, प्रो. गीता सिंह, डा पूनम तिवारी, विजय लक्ष्मी मिश्र, मनोज तिवारी, राजेश स्वर्णकार, सीपी यादव, गुलाब, राजीव कुमार, अशोक, जयप्रकाश, श्रवण, भोला सुरेश, श्रीचन्द्र आदि उपस्थित रहे।
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