.

.
.

आजमगढ़ पब्लिक स्कूल में डॉक्टर एवं सी०ए० दिवस का हुआ भव्य आयोजन


विद्यार्थियों को डॉक्टर्स एवं चार्टेड एकाउंटेंट की सामाजिक उपयोगिता व महत्ता के बारे में अवगत कराया

आजमगढ़: आज दिनांक 1 जुलाई 2024 को रानी की सराय के पास स्थित आजमगढ़ पब्लिक स्कूल में डॉक्टर एवं सी०ए० दिवस का भव्य आयोजन किया गया । इस आयोजन के मुख्य अतिथि वरिष्ठ आर्थोपेडिक सर्जन जावेद अख्तर, डीएम गेस्टोलॉजिस्ट डॉ0 राजेंद्र ककवार,चार्टेड एकाउंटेंट मो0 नोमान (विद्यालय के प्रबंधक) एवं शिवम् गर्ग उपस्थित थे। मुख्य अतिथियों का स्वागत विद्यालय की प्रधानाचार्या रूपल पांड्या एवं उप प्रधानाचार्या रूनाखान ने पौधे एवं स्मृति चिह्न प्रदान कर किया। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य छात्र -छात्राओं में डॉक्टर्स एवं चार्टेड एकाउंटेंट की सामाजिक उपयोगिता तथा महत्ता के बारे में अवगत कराना था।जिससे समस्त छात्र-छात्राएं प्रेरित होकर सामाजिक सरोकारों से युक्त ऐसे पदों को प्राप्त कर, समाज सेवा के माध्यम से मानव विकास एवं राष्ट्र विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान प्रदान कर सके।
विद्यालय के प्रबंधक मो० नोमान (चार्टेड एकाउंटेंट) एवं शिवम् गर्ग ने अपने वक्तव्य में छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहित करते हुए,चार्टेड एकाउंटेंट की अपार संभावनाओं पर चर्चा करके उनकी जिज्ञासाओं का शमन प्रश्न का उत्तर प्रदान कर किया । उन्होंने कहा कि केवल कामर्स के छात्र ही चार्टेड एकाउंटेंट नहीं बन सकते अपितु अन्य विषयों के छात्र भी बन सकते हैं।
डॉ0 राजेंद्र ककवार ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए अपने वक्तव्य में कहा कि हमें अपने लक्ष्य का चयन दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ करना चाहिए। कभी भी अपने लक्ष्य से विचलित नहीं होना चाहिए तथा पूर्ण समर्पण भाव के साथ अपने पथ पर अग्रसर होते रहना चाहिए। यदि किसी कारण वश हमें अपने लक्ष्य की प्राप्ति नहीं होती है तो हमें हतोत्साहित या विचलित नहीं होना चाहिए। इसके अतिरिक्त विज्ञान वर्ग में भी अपार संभावनाएं हैं ,जिनके द्वारा अपने लक्ष्य को प्राप्त कर समाज सेवा का सरोकार पूरा किया जा सकता है।
डॉ0 जावेद अख्तर ने भी छात्र-छात्राओं के समक्ष अपनी उपलब्धियों को साझा किया तथा समस्त छात्रों को प्रेरणा प्रदान करते हुए कहा कि डॉक्टर को भगवान का दूसरा रूप माना जाता है हर मरीज अपने आप में प्रश्न होता है ,उसको समझना और उसका इलाज करना हर डॉक्टर का परम कर्तव्य है उन्होंने अपने जीवन की एक अनोखी बात बातते हुए कहा कि इंसान को जिंदा करना पूरी इंसानियत को जिंदा करना है।
विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती रूपल पांड्या ने मुख्य अतिथियों द्वारा अपना महत्त्वपूर्ण समय देने के लिए दिल से आभार व्यक्त किया। उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं, इसलिए हमें दृढ़ निश्चय के साथ अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए समर्पित रहना चाहिए।इस अवसर पर विद्यालय की उप प्रधानाचार्या रूनाखान तथा समस्त छात्र -छात्राएं एवं शिक्षक गण उपस्थित रहे।

Share on Google Plus

रिपोर्ट आज़मगढ़ लाइव

आजमगढ़ लाइव-जीवंत खबरों का आइना ... आजमगढ़ , मऊ , बलिया की ताज़ा ख़बरें।
    Blogger Comment
    Facebook Comment