घरों में कलश स्थापना कर शुरू हुआ दुर्गा सप्तशती का पाठ
आजमगढ़: शहर के चौक स्थित दक्षिण मुखी देवी मंदिर में सुबह से महिलाओं समेत भारी संख्या में श्रद्धालुओं का रेला लगा रहा। सैकड़ों की संख्या में लोगों ने माता रानी को नारियल चुनरी चढ़ाकर मन्नत मांगी और पूजा अर्चना किया। दक्षिण मुखी देवी का विशेष श्रृंगार किया गया था। विशेष आरती की गई। इस प्राचीन मंदिर को फूल मालाओं से सजाया गया था। मंदिर में भीड़ देखते हुए प्रशासन की तरफ से सुरक्षा की व्यवस्था भी की गई थी। इस दौरान मंदिर के पुजारी शरद चंद तिवारी ने बताया कि आज चैत्र नवरात्रि का प्रथम दिन है और इस दिन मां के शैलपुत्री रूप की पूजा होती है। दक्षिण मुखी देवी मंदिर करीब डेढ़ सौ वर्ष पुराना है। मान्यता है कि यहां पर देवी जी तंत्र विद्या से प्रकट हुई थी। यह तांत्रिक मंदिर है। खास बात यह भी है कि दक्षिण मुखी देवी मंदिर पूरे देश में केवल यहां और एक अन्य कोलकाता में स्थापित है। इसलिए इस मंदिर का काफी महत्व है। आजमगढ़ के अलावा आसपास के जिले से भी लोग यहां दर्शन पूजन करने आते हैं और मन्नत मांगते हैं। लोगों की मान्यता है कि उनकी मन्नत पूरी होती है। नवरात्रि पर नौ दिन व्रत रखने वाले लोगों ने घरों में कलश स्थापना कर विधि विधान से पूजन शुरू कर दिया है।
Blogger Comment
Facebook Comment