कक्षा 8 तक की मान्यता दिलाने को मांगी गई थी रिश्वत, एंटी करप्शन टीम ने पकड़ा,अधिकारी पर भी केस दर्ज
आजमगढ़: जिले में एंटी करप्शन टीम ने सोमवार दोपहर जाफरपुर स्थित बेसिक शिक्षा विभाग के सहायक शिक्षा निदेशक कार्यालय के लिपिक को एक लाख रुपये घूस लेते रंगे हाथ दबोच लिया। वह बलिया जनपद के एक विद्यालय संचालक से मान्यता दिलाने के नाम पर घूस ले रहा था। सूत्रों के अनुसार इस मामले में एडी बेसिक की भी संलिप्तता पाई गई है। एंटी करप्शन की टीम ने दोनों के खिलाफ नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है। बलिया जनपद के सिकंदरपुर थाना क्षेत्र के महरो गांव निवासी राजीव कुमार सिंह ने कक्षा छह से आठ तक जूनियर हाईस्कूल की मान्यता के लिए आवेदन किया था। उनकी फाइल कई माह से एडी बेसिक कार्यालय में लटकी हुई है। मानक पूरा करने बाद भी मान्यता नहीं दी जा रही थी। आरोप है कि एडी कार्यालय के लिपिक मनोज कुमार श्रीवास्तव एक लाख रुपये की मांग कर रहे थे। रुपये न देने के कारण फाइल लटका रखी थी। इससे परेशान होकर राजीव ने चार दिन पूर्व एंटी करप्शन टीम से संपर्क किया। एंटी करप्शन टीम ने मामले की जांच की। एडी कार्यालय के लिपिक मनोज कुमार श्रीवास्तव की गतिविधियां संदिग्ध लगीं। इसके बाद टीम ने उसे पकड़ने की योजना बनाई। केमिकल लगाकर एक लाख रुपये राजीव को दिए। जिलाधिकारी के निर्देश पर दो कर्मचारियों को साक्ष्य के लिए लेकर एडी कार्यालय पहुंच गए। एंटी करप्शन टीम के प्रभारी निरीक्षक हरिवंश कुमार शुक्ल ने बताया कि निरीक्षक श्यामबाबू, ब्रजेश द्विवेदी, कैलाशचंद्र, मुख्य आरक्षी कौशल कुमार राय, विकास कुमार , ओकार सिंह यादव, आनंद कुमार यादव, अमित सिंह सहित अन्य लोगों के साथ लगी हुई थी। जैसे ही राजीव कुमार सिंह ने रुपये लिपिक मनोज कुमार श्रीवास्तव निवासी निवासी घोरठ, न्यू कालोनी मैरेज हाल के पास जाफरपुर थाना सिधारी को दिए। उसे कार्यालय में घूस लेते रंगेहाथ पकड़ लिया गया। पकड़े गए लिपिक ने इस मामले में एडी बेसिक मनोज कुमार मिश्र की भी संलिप्तता बताई जिस पर दोनो पर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है । गौरतलब है कि मनोज कुमार मिश्र डीआईओएस हैं और उनके पास एडी बेसिक का भी चार्ज है।
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