सच्चे मन से मां का साधक बन ज्ञान की पराकाष्ठा को प्राप्त कर सकते हैं - श्रीकांत सिंह
आजमगढ़: जहानागंज क्षेत्र के धनहुंआ स्थित एसकेडी इण्टर कॉलेज में बुधवार को मां सरस्वती को समर्पित पावन पर्व बसंत पंचमी काफी धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर ज्ञान, ध्यान और विद्या की देवी को समर्पित गायन, नाटक, नृत्य आदि विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम छात्र/छात्राओं द्वारा प्रस्तुत किये गये जिन्हें उपस्थित लोगों ने उन्मुक्त कंठ से प्रशंसित किया। अन्त में 11वीं के छात्रों द्वारा अपने सीनियर्स 12वीं के छात्रों के लिए एक विदाई समारोह का आयोजन भी किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत मां सरस्वती के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलन एवं माल्यार्पण से हुई। इसके पश्चात मां शारदा के चरणों में वन्दन, गायन, और नृत्य के अपर्ण का शुभारंभ हुआ जो काफी देर तक चलता रहा। जिससे पूरे क्षेत्र का माहौल भक्तिमय हो गया। अपने वक्तव्य में विद्यालय के श्रीकान्त सिंह ने कहा कि मनुष्यों की बीच संवाद की जो भी भाषा विकसित हुई है वह मां देवी सरस्वती की कृपा से ही हुई है। सच्चे मन से हम मां का साधक बनकर जिन्दगी में ज्ञान की पराकाष्ठा को प्राप्त कर सकते हैं। पावन पर्व ऐसे समय में मनाया जाता है जब विभिन्न प्रकार के रंग बिरंगे फूलों से धरा सुशोभित हो रही होती है। पतझड़ से सूने हुए वृक्षों पर नयी नयी पत्तियां निकल रही होती हैं। ऐसे मोहक वातावरण को देखकर मानव मन अह्वलादित होता है और प्रकृति में असीम ऊर्जा प्रवाहित हो रही होती है। मां सरस्वती की पूजा के द्वारा इसी ऊर्जा अपने अंदर समाहित किया जाता है। 12वीं के छात्रों के विदायी कार्यक्रम में छात्र छात्राओं ने विद्यालय से जुड़ी अपनी मधुर स्मृतियां साझा की। 11वीं के छात्रों द्वारा अपने सीनियर्स के प्रति गायन, नाटक, नृत्य आदि प्रस्तुत किया गया। विद्यालय के विषय विशेषज्ञ संतोष सिंह, संजय, आशुतोष, सूर्यप्रताप, अनन्त आदि द्वारा परीक्षा हाल के लिए जरूरी टिप्स दिये गये। विद्यालय से विदा हो रहे प्रत्येक विद्यार्थियों की आंखे नम थी। विद्यालय के राजेश विश्वकर्मा ने कहा कि एसकेडी इण्टर कॉलेज उन छात्रों की भी हर प्रकार की जिज्ञासाओं का समाधान किया करता है जो स्कूल से कालेज लाइफ की ओर बढ़ चुके होते हैं। विदा हुए छात्रों के लिए भी विद्यालय का द्वार हमेशा खुला रहेगा। कार्यक्रम को सफल बनाने में एसपी यादव, राजेश, सुमन, आदि का काफी योगदान रहा।
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