05 साल बाद पूरा होगा जनपद वासियों का ‘उड़ान’ का सपना
प्रशासन ने अपनी सभी जिम्मेदारियां पूरी कर दी है - डीएम
आजमगढ़ : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम (आरसीएस) के तहत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महत्वाकांक्षी परियोजना में शामिल मंदुरी एयरपोर्ट का शिलान्यास अगस्त 2018 में किया था। मंदुरी एयरपोर्ट से उड़ान शुरू होने से जनपद ही नहीं पूर्वांचल के कई जिलों के लोगों के सपनों को अब पांच साल बाद पंख लगेंगे। अभी तक हवाई जहाज पकड़ने को लोगों को बाबतपुर (वाराणसी) जाना पड़ता था। अब नागर विमानन निदेशालय (डीजीसीए) की तरफ से निश्चित क्षमता के विमान को उड़ाने और लैंडिंग के लिए लाइसेंस जारी कर दी गई है जिसका मतलब हवाई सेवा के लिए एयरपोर्ट पूरी तरह तैयार हो गया है। डीजीसीए ने मुकेश कुमार यादव को आजमगढ़ एयरपोर्ट के कार्यकारी निदेशक नियुक्त किया है । उन्होंने बताया कि हवाई अड्डा पूरी तरह तैयार हो गया है और विभिन्न स्तर की जांच और निरीक्षण में सब कुछ दुरुस्त मिला अब लाइसेंस भी मिल गया है । जैसे ही विमान कंपनियों के आवेदन आयेंगे और उनके द्वारा मांगे गए रूट चार्ट के निर्धारण के बाद देश के अन्य शहरों के लिए विमान सेवा शुरू हो जाएगी। वहीं जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज ने बताया कि शुरू में डीजीसीए ने 19 सीटर विमान सेवा का लाइसेंस जारी किया है। जिला प्रशासन को जितनी भी जिम्मेदारी सौंपी गई थी, उसके पूरा कर लिया गया है। उड़ान कहां के लिए होगी, इसकी अभी कोई जानकारी नहीं है। अगले महीने यहां से विमान सेवा शुरू होने को प्रबल संभावना है।
Blogger Comment
Facebook Comment