फर्जी मुकदमें में एफआर लगाने के नाम पर पैसे लेने का लगा आरोप, सीओ करेंगे जांच
आजमगढ़: बरदह थाना पर तैनात एक दरोगा द्वारा फर्जी मुकदमें में पीड़ित से एफआर लगाने के नाम पर 25 हजार की डिमांड की गई थी। पीड़ित ने इसकी शिकायत एसपी से कर दिया तो दरोगा ने फोन कर उसे जम कर हड़काया और गालियां दिया। जिसका आडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वायरल आडियो के आधार पर एसपी ने दरोगा को लाइन हाजिर कर सीओ लालगंज को जांच सौंपा है। बरदह थाना के रामपुर गांव में 21 फरवरी 2020 को पट्टीदारों में मारपीट हुई थी। जिसमें राजनाथ गंभीर रूप से घायल हुए थे। इस मामले में बरदह थाने में मुकदमा भी दर्ज हुआ था। घटना के नौ दिन बाद दूसरे पक्ष की तरफ से भी एक फर्जी मुकदमा दर्ज कर लिया गया और चोरी छिपे आरोप पत्र न्यायालय भेज दिया गया। न्यायालय से नोटिस आने पर राजनाथ पक्ष को मुदकमे की जानकारी हुई। जिस पर राजनाथ के पुत्र सचिन यादव ने एसपी को पत्रक देकर पुनः विवेचना की मांग किया। एसपी ने सीओ लालगंज को विवेचना सौंपी। सीओ के माध्यम से विवेचना एसआई गोपाल को दी गई। एसआई गोपाल ने सचिन से छह लोगों का हलफनामा व 25 हजार रुपये मुकदमे में एफआर लगाने के लिए डिमांड किया। सचिन ने सात हजार रूपये तत्काल दे दिया और पांच हजार रुपये और दे पाने की बात कही। सचिन के अनुसार 30 नवंबर 23 को एसआई ने सचिन को थाने बुलाया और शेष पैसों की मांग किया। पैसा दे पाने से इंकार करने पर गाली देते हुए थाने से भगा दिया गया। साथ ही अन्य मुकदमों में फंसाने की भी धमकी दिया। जिसकी शिकायत पीड़ित ने एसपी से कर दिया। जिसकी जानकारी होने पर एसआई ने सचिन को फोन कर जम कर गालियां दिया। जिसका आडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वायरल आडियों को एसपी ने संज्ञान में लेते हुए एसआई गोपाल जी को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया और प्रकरण की जांच सीओ लालगंज को सौंपा है।
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