पुरानी कोतवाली की रामलीला में श्रीविष्णु जी की झांकी रही आकर्षण का केंद्र
आजमगढ़: श्रीरामलीला समिति पुरानी कोतवाली के तत्वावधान में आयोजित श्रीरामलीला के दूसरे दिन शनिवार की रात रावण जन्म और रावण के अत्याचार का कलाकारों ने मंचन किया। दर्शकों द्वारा लगाए जा रहे जयकारे से क्षेत्र गूंजता रहा। पुरानी कोतवाली पर चल रही श्रीरामलीला की शुरुआत भगवान श्रीराम, विष्णु जी और श्रीरामायण की आरती उतार की गई। इसके बाद श्रीरामलीला मंडल मिथिला धाम बिहार के कलाकारों ने रावण जन्म और रावण अत्याचार का मंचन किया। मंचन के क्रम में रावण के अत्याचारों से चारों त्राहि-त्राहि मचने लगी। पूरे देवलोक से लेकर पृथ्वी लोक में रावण के अत्याचार से सभी मर्माहत होने लगे। रावण ने सबसे पहले कुबेर को बंदी बनाकर उनके पूरे साम्राज्य पर कब्जा कर लिया। इसके बाद रावण अपने राक्षसी सेना के साथ जहां भी धार्मिक अनुष्ठान होता उसमें बाधा पहुंचाना, देवताओं को परेशान करना, उसके नित्य का क्रिया कलाप हो गया। देवताओं से लेकर पृथ्वीवासी ऋषि-मुनि रावण के अत्याचार से मुक्ति पाने के लिए भगवान शिव की शरण में पहुंचे। इस दौरान श्रीराम और विष्णु जी की झांकी लोगों के आकर्षण का केंद्र रही। श्रीरामलीला मंचन के दौरान दर्शकों द्वारा लगाए जा रहे जयकारों से क्षेत्र गूंज उठा।
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