भगवान श्री कृष्ण के जीवन से जुड़ी झांकियों ने मन मोहा
गीता के रूप में श्री कृष्ण ने समाज को जीने की राह दिखाई - विजय बहादुर सिंह
आजमगढ़: जहानागंज क्षेत्र के धनहुंआ स्थित एसकेडी विद्या मन्दिर में बुधवार को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व काफी धूम धाम से मनाया गया। छात्र/छात्राओं ने विविध सांस्कृतिक कार्यक्रम द्वारा भक्ति की जो धारा बहायी उसमें उपस्थित लोग काफी देर तक सराबोर होते रहे। अनेक प्रकार की सुन्दर झाकियां देखकर लोगों के मन में गोकुल गांव की मनोहर छवि उभर रही थी। कार्यक्रम की शुरूआत भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी के पूजन से हुई। इसके पश्चात भक्ति रस से सराबोर प्रस्तुतियों का जो सिलसिला चला, वो काफी देर तक चलता रहा। मैया यशोदा ये तेरो कन्हैया, और वो कृष्णा है जैसे गीतों पर जब राधा कृष्ण बच्चे थिरकने लगे तो उपस्थित सभी लोग उनकी लय से लय मिलाने लगे। विद्यालय में कहीं जेल में बन्द वसुदेव और देवकी की, कहीं ओखल में बंधे बाल कृष्ण की तो कहीं पनघट की और दीन हीन सुदामा की जो झांकी बनी थी वह श्री कृष्ण की जीवन लीला को साकार रूप से दिखा रही थी। अपने उद्बोधन में विद्यालय के संस्थापक विजय बहादुर सिंह ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण का जीवन चरित्र हमें बहुत कुछ सीखाता है। गीता के रूप में उन्होेंने समाज को जीने की जो राह दिखायी वह आज भी सबसे उत्तम है। आज का मानव जो अपने आपको सबसे अत्याधुनिक समझता है वही जब सबसे अधिक उलझन में फंसता है तो उसे मार्ग गीता द्वारा मिलता है। चाहे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी हों या महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन गीता सबकी आदर्श रही है। विद्यालय के प्रधानाचार्य रामजी चैहान ने भी श्रीकृष्ण के जीवन से संबन्धित विभिन्न घटनाओं और उनसे मिलने वाली प्रेरणा से बच्चों को अवगत कराया। अनुराधा, वंशिका, पायल, अन्वेषा, प्रीती, दिव्या आदि छात्राओं की प्रस्तुति काफी सराहनीय रही। कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय के श्रीकान्त सिंह, दिनेश, योगेन्द्र, विद्योतमा ,रेनू, प्रिंयका रूबीआदि का योगदान सराहनीय रहा।
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