निजी विद्यालयों की तानाशाही, बच्चों के भविष्य के साथ किया जा रहा खिलवाड़- गोविन्द दूबे
आजमगढ़: श्रेया आत्महत्या प्रकरण में पुलिस द्वारा प्रधानाचार्य और क्लास टीचर की गिरफ्तारी के विरोध में मंगलवार को प्रदेश के सभी निजी विद्यालय बंद रहे। इस बंदी को गलत बताते हुए अभिभावक महासंघ और अन्य सामाजिक संगठनों ने नगर में जुलूस निकाला और अभिभावकों से बुधवार को अपने बच्चों को विद्यालय न भेजने की अपील की। अभिभावक महासंघ के सचिव गोविंद दुबे ने कहा कि यह निजी विद्यालयों की तानाशाही है। उनके द्वारा बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। आज इनके द्वारा गलत तरीके से पूरे प्रदेश के विद्यालयों को बंद रखा गया है। ऐसे में हमारी मांग है कि इन विद्यालयों के मान्यता और जमीनों की जांच की जाए। साथ ही अभिभावकों से अपील है कि निजी विद्यालयों की मनमानी का विरोध करने के लिए वह बुधवार को अपने बच्चों को विद्यालय न भेजें। जुलूस से पूर्व संगठनों ने वेस्ली इंटर कॉलेज गेट पर मीटिंग की। जिसमें यह तय हुआ कि बुधवार को डीएम को ज्ञापन सौंपकर निजी विद्यालयों की इस मनमानी पर कार्रवाई करने की मांग की जाएगी। टीम गांधीगिरी के विवेक पांडेय ने कहा कि निजी विद्यालय मनमाने तरीके से विद्यालयों को बंद किए हैं। यह लोग तानाशाही तरीके से विद्यालय का संचालन करना चाहते हैं। जिसे हम नहीं होने देंगे। इसके लिए बुधवार को डीएम को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की जाएगी। इस मौके पर अभिभावक महासंघ के अध्यक्ष युधिष्ठिर दुबे, विनीत सिंह रिशु, भानू सिंह, अनिल तिवारी, मोनू विश्वकर्मा, विवेक अग्रवाल आदि उपस्थित थे।
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