17 घरों के पुरवा में 04 पक्के मकान धारा में विलीन, कटान की जद में हैं एक दर्जन मकान
संपर्क मार्ग डूबे, रोजमर्रा का सामान लाने में ग्रामीणों को परेशानी
आजमगढ़: जिला मुख्यालय से उत्तर तरफ बहने वाली सरयू नदी का जलस्तर 16 घंटे में 31 सेंटीमीटर जरूर घटा लेकिन मुख्य माप स्थल बदरहुआ नाला पर लाल निशान 81.68 मीटर से अभी 11 सेंटीमीटर ऊपर है। जलस्तर घटने से कटान और तेज हो गई है। देवारा खास राजा के झगरहवा पुरवा में तेजी से आबादी और उपजाऊ जमीन कट रही है। ग्रामीण अपना आशियाना खुद तोड़ कर ईंट व अन्य सामग्री ट्रैक्टर-ट्राली से सुरक्षित स्थानों पर ले जा रहे हैं। अब तक पुरुषोत्तम यादव, शिवनंदन यादव सहित चार लोगों के पक्के मकान नदी की धारा में समा चुके हैं। जबकि 17 घरों के पुरवा में वीरेंद्र, मेधु, रामकृपाल ,सहादुर,रेखा सहित 13 लोगों के मकान कटान की जद में हैं। कटान ऐसे ही होती रही हो झगरहवा का पुरवा का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। तीन बैराजों से 1,90,860 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। आशंका है कि रविवार को एक बार पुन: जलस्तर बढ़ेगा। शुक्रवार की शाम चार बजे बदरहुआ नाला पर लाल निशान से ऊपर 72.10 मीटर पर जलस्तर था, जो शनिवार को सुबह आठ बजे 71.79 मीटर पर दर्ज किया गया। हाजीपुर से देवारा खास राजा, शाहडीह से बांका, खरैलिया से सोनौरा, बिलहिया से माधोपुरा संपर्क मार्ग अभी भी बाढ़ में डूबे हैं। लोग रोजमर्रा के सामानों की खरीदारी के करने के लिए घुटने ऊपर तक पानी से होकर गुजर रहे हैं। जहां अधिक पानी है, वहां नाव लगाई गई है। लोगों को आने जाने के लिए अब तक सात नाव लगाई गई हैं। शनिवार को एसडीएम सगड़ी अतुल कुमार गुप्ता ने कटान स्थल का निरीक्षण किया। कटान पीड़ित परिवारों से जानकारी ली। ग्रामीणों ने आश्रय स्थल को सक्रिय कर इंसान व पशुआें को सुरक्षित करने की मांग की। एसडीएम ने व्यवस्था को सक्रिय करने का आश्वासन दिया।बाढ़ चौकियाें का निरीक्षण कर्मचारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
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