एडीएम के नेतृत्व में आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण द्वारा की गई मॉक ड्रिल
आजमगढ़ 20 जुलाई-- प्रदेश सरकार द्वारा दिये गये निर्देश के क्रम में एवं जिलाधिकारी के मार्ग निर्देशन पर बाढ़ प्रभावित क्षेत्र तहसील सगड़ी में गांगेपुर, सहबदिया सुल्तानपुर, महुला में डिप्टी इन्सीटेन्ट कमाण्डर/अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 श्री
आजाद भगत सिंह के नेतृत्व में जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण आजमगढ़ द्वारा मॉक ड्रिल कराया गया
इस अवसर पर स्टेजिंग एरिया पं0 नगीना कॉलेज आफ फार्मेसी जोकहरा सगड़ी में सभी संबंधित विभाग, पीडब्ल्यूडी, पुलिस, पीएसी, अग्नीशमन, स्वास्थ्य, राजस्व, विद्युत, शिक्षा, पशु चिकित्सा, विकास विभाग, पंचायती राज विभाग आदि के प्रभारी अधिकारी अपने-अपने सहयोगी कर्मचारियों के साथ संसाधनों सहित उपस्थित रहे। जिसमें इंसीडेन्ट कमाण्डर द्वारा उपस्थित सभी अधिकारियों को विभिन्न इंसीडेन्ट लोकेशनों पर मॉक ड्रिल के अन्तर्गत आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए इंसीडेन्ट लोकेशन पर तत्काल पहुंचने के लिए कहा। अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 ने इन्सीडेन्ट लोकेशन गांगेपुर में मॉक ड्रिल के अन्तर्गत ग्रामीणों को बाढ़ के पानी बढ़ने की सूचना प्रदान करते हुए उन्हें सुरक्षित स्थानों पर विस्थापित कराये जाने के लिए विभिन्न विभागों के रिस्पॉन्सिबल आफिसर को निर्देश दिये। उन्होने संबंधित लेखपाल को निर्देश दिये कि जिन ग्रामों में बाढ़ का पानी बढ़ने की सम्भावना हैं, उन ग्रामों में क्या-क्या रिसोर्स उपलब्ध है, उसकी पहले से ही सूची बना लें और बाढ़ के दौरान राहत कार्यां में सहयोग प्रदान करने के लिए वालेन्टियरों की टीम बना लिया जाए। इसी के साथ ही इन्सीडेन्ट लोकेशन सहबदिया सुल्तानपुर में मॉक ड्रिल के अन्तर्गत बाढ़ से घिरे दो मंजिला में भवन में फंसे व्यक्तियों को घरों से निकालकर बचाव दल द्वारा सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। इेन्सीडेन्ट लोकेशन महुला में मॉक ड्रिल के अन्तर्गत बाढ़ के पानी में डूबते हुए व्यक्ति को बाढ़ राहत दल द्वारा बचाकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा पीड़ित व्यक्ति का प्राथमिक उपचार करते हुए एम्बुलेंस के द्वारा स्वास्थ्य केन्द्र पर भेजा गया। बाढ़ से विस्थापित लोगों के रूकने के लिए प्राथमिक विद्यालय दाम महुला में बाढ़ राहत शिविर बनाया गया था, जिसका इन्सीडेन्ट कमाण्डर द्वारा निरीक्षण करते हुए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। राहत शिविर में विस्थापित लोगों के चिकित्सा, भोजन, पानी बिस्तर, शौचालय आदि के लिए व्यवस्था थी। राहत शिविर में मेडिकल कैम्प एवं पशुओं के उपचार के लिए पशु चिकित्सा विभाग की टीम उपस्थित थी। इस अवसर पर समस्त संबंधित विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
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