दीदारगंज क्षेत्र में आमगांव में नहर में 27 जून को मिली थी लाश
आजमगढ़: जिले के पवई थाना क्षेत्र के हमजापुर गोधना निवासी 32 वर्षीय जितेंद्र यादव पुत्र स्व विश्वनाथ यादव की गुमशुदगी के संबंध में उसकी बहन ने 29 जून को थाने में तहरीर दी थी कि उसका भाई 25 जून से घर से बाइक लेकर निकला था लेकिन लापता है। वही दीदारगंज थाना क्षेत्र में आमगांव में नहर में 27 जून को एक अज्ञात लाश मिली थी इसलिए पुलिस दोनो मामलों में संबंध स्थापित नही हुआ था। लेकिन 1 दिन पूर्व खुशबू की मां कृपाली देवी ने थाना आकर बताया कि आमगांव में जो लाश मिली थी उसके पुत्र जितेंद्र की ही है और उसने जितेंद्र के ही दोस्त राकेश चौरसिया उर्फ गुड्डू पुत्र रामप्रताप चौरसिया निवासी सजई थाना फूलपुर और रमाकांत उर्फ गंगा पुत्र रामकुमार गौड़ निवासी पिपरिया थाना कप्तानगंज व अन्य अज्ञात पर हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने विवेचना की जिसमें जांच में पता चला कि जितेंद्र सूद पर पैसा देता था राकेश चौरसिया ने ₹10लाख धन लिया था उसका ₹7 लाख बकाया था जबकि रमाकांत ने भी एक लाख लिया था। दोनों का ₹8लाख बकाया था। इसके अलावा जौनपुर के सरपतहा थाना के चिली रामपुर निवासी राजधारी उर्फ राजू पुत्र फौजदार ने भी काफी धन लिया था। राकेश चौरसिया ने दोनों से बात कर ली और इसके बाद रकम ना लौटने के इरादे से हत्या की साजिश रची गई। जिसमें राजधारी के गांव के ही एक अपराधी वीरेंद्र उर्फ बरदा पुत्र चंद्रिका को भी शामिल किया गया और उसको ₹1 लाख देने की बात तय हुई। 25 जून को साजिश के तहत राकेश जितेंद्र के घर गया उसके बाइक से बहाने से शाहगंज आया। यहां पर राजधारी मिला इसके बाद राकेश जहां अपने घर वापस लौट गया वहीं राजधारी जितेंद्र के साथ उसके ननिहाल मियापुर जा रहा था। लेकिन रास्ते में ही वीरेद्र और रमाकांत साजिश के तहत पहले से इंतजार कर रहे थे जैसे ही जितेंद्र वहां पहुंचा तीनों मिलकर उसको मारपीट कर बगल में नहर में डुबोकर मार डाले। उसके बाद शव को बहा दिया। मामले में पुलिस ने पवई थाने के लारपुर गौहर से राकेश चौरसिया, रमाकांत और राजधारी को गिरफ्तार किया है।
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