शव पंहुचते ही पूरा गांव रो पड़ा, युवाओं ने देश भक्ति नारे लगा दी श्रद्धांजलि
आजमगढ़ : रानी की सराय क्षेत्र के चडई गांव निवासी सीआरपीएफ जवान का शव शुक्रवार देर रात करीब 11 बजे घर पंहुचते ही पूरा गांव रो पड़ा। शुक्रवार को पार्थिव शरीर आने के इंतजार मे जहा घर पर लोगों का तांता लगा रहा। वही दर्जनों युवा जवान के शव के आने से पहले ही चेकपोस्ट के पास इंतजार करते रहे। रात करीब नौ बजे चेकपोस्ट पर पार्थिव शरीर पहुंचा तो यहा से दर्जन भर वाहनो पर सवार युवा देश भक्ति गीत के साथ शहीद जवान की याद मे नारे लगाते रहे। शनिवार को सुबह उनका अंतिम संस्कार हुआ। इससे पूर्व परिजनों व लोगों के अंतिम दर्शन के लिए शव घर पर रखा गया। मौजूद लोगो ने पुष्प फूल के साथ श्रद्धांजलि अर्पित की। शव के पास मां और पत्नी के करुण क्रंदन के बीच मौजूद लोगो की आखे भर आई। यहां से शव कुछ ही दूर स्थित तमसा घाट पर ले जाया गया जहां परपंपरागत सैनिक सम्मान के साथ अन्त्येष्टि की गयी । यहा भी नारे गूंजते रहे। जब तक सूरज चाद रहेगा परविंद का नाम रहेगा। रानी की सराय थाना क्षेत्र के चडई गाव निवासी सुदर्शन यादव का पुत्र परविंद यादव सीआरपीएफ की बटालियन मे छत्तीसगढ़ दंतेवाड़ा मे तैनात था। वर्ष 2010 मे भर्ती हुए परविंद के मौत की खबर सुनते ही ग्रामीण रो पड़े थे। परिजनों को विभाग द्वारा गुरुवार को मौत की खबर के साथ बताया गया कि बीमार होने से मौत हो गयी है। मौत की सूचना मिली तो भाई मुलायम यादव वाराणसी पंहुच सैनिक कार्यालय मे सम्पर्क किये जहा उन्हें बताया गया कि कल शव घर पहुचेगा। दंतेवाड़ा से शव जहाज द्वारा मुम्बई फिर वहा से इलाहाबाद दोपहर मे पहुचा। यहां से सैनिक वाहन द्वारा सडक मार्ग से घर लाया गया। शव के इलाहाबाद एयरपोर्ट पहुचने से पहले ही गांव से कई वाहन सवार वहां पंहुच गये थे जो सैनिक शव वाहन के साथ चल रहे थे। शंकरपुर चेकपोस्ट पहुचते ही काफी संख्या मे युवाओं का काफिला जो पहले से इंतजार में था शामिल हो गया। तीन भाईयों मे बडे परविंद के अपने बीच न रहने की सूचना के बाद शुक्रवार को सुबह से ही घर पर संवेदना जाने वालो का तांता लग गया। शहीद सैनिक के एक पुत्र और एक पुत्री है।
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