मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले को शांत करा जांच शुरू किया
आजमगढ़: जिला महिला चिकित्सालय में भर्ती प्रसूता महिला की हालत बिगड़ने पर अस्पताल द्वारा उसे हायर सेंटर के लिए रिफर कर दिया गया। परिजन प्रसूता को लेकर सोमवार की रात करीब 10.30 बजे चक्रपानपुर राजकीय मेडिकल कालेज व सुपर फ़ैसिलिटी अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती करवाया। इलाज शुरू करने के बाद स्थिति गंभीर देख मेडिकल कालेज के डाक्टरों ने प्रसूता को रेफ़र कर दिया। परिजन उसे कहीं अन्यत्र लेकर जा रहे थे कि प्रसूता ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। जानकारी के अनुसार सिधारी थाना क्षेत्र के ठकुराईपुर निवासी 25 वर्षीय अंजली सिंह पत्नी अंकित सिंह की स्थिति गंभीर होने पर जिला महिला चिकित्सालय द्वारा उसे हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया। परिजन उसे लेकर चक्रपानपुर पीजीआई गये परन्तु स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रसूता को वहां से भी हायर सेंटर के लिए रेफ़र कर दिया गया। परिजन मेडिकल कालेज में ही इलाज का दबाव बना रहे थे। काफ़ी देर बाद एम्बुलेंस से परिजन प्रसूता को लेकर निकले। परिसर से थोड़ी दूर जाने पर ही प्रसूता की मौत हो गई। प्रसूता की मौत होने के बाद परिजन पुनः उसे लेकर चक्रपानपुर पीजीआई लेकर वापस आ गये और वहां पर हंगामा शुरू कर दिया। सुरक्षाकर्मियों ने इमरजेंसी वार्ड में लगे कांच के गेट को बंद कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार परिजनों के हंगामे पर इमरजेंसी में मौजूद अन्य डाक्टर स्थिति को भाँपते हुए शांत रहे परंतु एक जूनियर डाक्टर ने प्रतिरोध कर दिया। सूचना पर पहुँची पुलिस ने समझा बुझाकर मामला शांत कराया। इस बाबत पूछे जाने पर प्रधानाचार्य डाक्टर आरपी शर्मा ने तोड़फोड़ की घटना से इनकार किया। उन्होंने कहा कि परिजन पूरी तरह शांत रहे, लेकिन उनके साथ का एक अन्य व्यक्ति नशे में धुत होकर विवाद कर रहा था। प्रधानाचार्य ने बताया कि सूचना पर वह स्वयं मौक़े पर उपस्थित हुए थे। उन्होंने बताया कि थानाध्यक्ष जहानागंज संजय कुमार सिंह को सीसीटीवी फ़ुटेज के जरिए मामले की जांच कर रहे हैं। यदि कोई डॉक्टर भी दोषी पाया जाएगा तो उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
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