हत्या करवाने को ऑटो चालक के चाचा ने 03 लाख की सुपारी दी थी
आजमगढ़: जिले के जहानागंज थाना क्षेत्र में मऊ निवासी ऑटो चालक की गला रेत कर हत्या हुई थी। इस हत्या को अंजाम देने वाले बदमाश को रविवार अलसुबह पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया। पैर में गोली लगने से घायल बदमाश को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आजमगढ़-मऊ सीमा पर जहानगंज थाना के करपिया गांव के रास्ते पर 25 अप्रैल की देर रात मऊ जिले के मोहम्मदाबाद कोतवाली के फरीदपुर निवासी ऑटो चालक सुनील गुप्ता (40) पुत्र राज नरायन गुप्ता की गला रेत कर हत्या कर दी गई थी। पुलिस मुकदमा दर्ज कर हत्यारोपी की तलाश में जुटी थी। रविवार अलसुबह पुलिस को सूचना मिली कि ऑटो चालक हत्याकांड का आरोपी बजहा पुलिया के आसपास मौजूद है। इस सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिया के पास एक बदमाश से पुलिस का आमना-सामना हो गया। पुलिस से घिरते ही बदमाश ने फायर झोंक दिया। जवाबी कार्रवाई में बदमाश के पैर में गोली लगी और वह घायल हो कर गिर गया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया और इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया। बदमाश की पहचान अफजल पुत्र नजीर निवासी बरहदपुर थाना कोतवाली मोहम्मादाबाद जिला मऊ के रूप में की गई। पुलिस की पूछताछ में अभियुक्त ने हत्या की घटना के बारे में बताया कि मेरे मित्र प्रवीण राय उर्फ डिम्पल पुत्र स्व0 बैजनाथ राय निवासी केरमा थाना मुबारकपुर द्वारा सुनील गुप्ता पुत्र रामनरायन निवासी फरीदाबाद थाना मोहम्मदाबाद गोहना जनपद मऊ की हत्या करने हेतु कई बार कहा था। प्रवीण राय द्वारा सुनील गुप्ता की हत्या करने के लिए सुनील गुप्ता के चाचा अवधेश गुप्ता पुत्र दीनदयाल गुप्ता निवासी फरीदाबाद थाना मोहम्मदाबाद गोहना जनपद मऊ से लगभग ढाई माह पहले तीन लाख रुपया सुपारी के तौर पर लिया था, जिसमें से एक लाख रुपया मुझे देने के लिए कहा था । वह मुझे एक लाख रुपये में से अस्सी हजार रुपये दे चुका था। हम लोग काफी दिन से मौके की तलाश में थे, प्रवीण राय ने ही सुनील गुप्ता की हत्या करने के लिए एक तमंचा व कारतूस व एक चाकू की व्यवस्था किया था। दिनांक 25.04.2023 को मैं व प्रवीण राय उर्फ डिम्पल एवं मृतक सुनील गुप्ता कैलाश चौहान के बनियापार स्थित स्टूडियो की दुकान पर इकट्ठा हुए थे। हम लोग वहीं दारु पीये थे, उसके बाद वहीं से सभी करपिया जहानागंज के लिए रवाना हो गये थे। आटोरिक्शा सुनील गुप्ता चला रहा था, आटोरिक्शा के बीच वाली सीट पर मैं बैठा था व प्रवीण राय अपनी प्लैटिना मोटरसाइकिल से आटोरिक्शा से आगे आगे चल रहा था। हम लोगों का प्लान था कि मौका देखकर जिस असलहे की आवश्यकता पड़ेगी, उसका इस्तेमाल कर सुनील गुप्ता की हत्या कर देंगे।
उसी रात लगभग 10.00 बजे करपिया गांव के खड़न्जे वाले रास्ते पर सुनसान जगह पर पहुंचे। वहाँ गांव के कुछ लोग खेत में पानी भर रहे थे, यदि हम लोग तमन्चे से फायर करते तो लोग जान जाते, इसलिए मैं आटोरिक्शा रुकवाकर उतरा और सुनील गुप्ता को अगली सीट पर ही मजबूती से पकडकर लेटा दिया़ और प्रवीण राय ने सुनील गुप्ता का पैर पकड़ लिया, सुनील गुप्ता काफी शराब पीये हुए था और नशे में काफी बेसुध था, मैने चाकू से सुनील गुप्ता का गला रेंत दिया, उसके बाद उसके पेट में भी चाकू से वार किया। जब हम लोग आश्वस्त हो गये कि सुनील गुप्ता की मृत्यु हो गयी है तब हम लोग वहां से सुनील गुप्ता को उसी आटोरिक्शा में छोड़कर मोटरसाइकिल से वहां से भाग गये । हम लोगो के कपड़े पर खून के छीटें पड़ गये थे, सभी लोग केरमा आये और खूनालूदा कपड़े एक पालीथीन में रखकर केरमा स्थित पोखरी में फेंक दिये तथा प्रवीण राय अपनी मोटरसाइकिल को वही पोखरे के बीच झाड़ी में छिपा दिये। मैं तमंचा व कारतूस एवं चाकू अपने साथ लेकर अपने घर चला आया । आज मैं तमंचा व चाकू यही पर कही छिपाकर पैसा लेकर बाहर मुम्बई भागने वाला था पर पुलिस ने पकड़ लिया। पुलिस ने एक रात पहले ही सुपारी देने वाले चाचा अवधेश और प्रवीण राय को गिरफ्तार कर लिया था।
Blogger Comment
Facebook Comment