गोल्ड कार्ड के लाभों की जानकारी हेतु वाल राइटिंग एवं अन्य प्रचार संसाधनों का उपयोग किया जाय: मनीष चौहान
आज़मगढ़ 28 जनवरी -- मण्डलायुक्त मनीष चौहान ने कहा है कि मण्डल के जनपदों में आयुष्मान भारत योजना के अन्तर्गत गोल्डन कार्ड बनाने में तेजी लाई जाये ताकि शासन की इस अत्यन्त महत्वपूर्ण योजना का लाभ अधिक से अधिक लोगों को मिल सके। मण्डलायुक्त श्री चौहान शनिवार को अपने कार्यालय के सभागार में आयोजित शासन के सर्वाेच्च विकास प्राथमिकता कार्यक्रमों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की समीक्षा के दौरान पाया कि आयुष्मान भारत योजना के तहत गत माह आज़मगढ़ में 111813, मऊ में 89254 एवं बलिया में 35930 गोडेन कार्ड बनाये गये हैं। इस प्रकार जनपद आज़मगढ़ में कुल 462286, मऊ में 314869 एवं बलिया में 451912 गोल्डेन कार्ड बनाये जा चुके हैं। यह भी पाया गया कि जनपद आज़मगढ़ में 259299 लाभार्थी परिवारों के सापेक्ष 162977 परिवार, मऊ में 184121 के सापेक्ष 104203 एवं बलिया में 321285 परिवारों के सापेक्ष 169473 परिवार ऐसे हैं जिसमें कम से कम एक गोल्डेन कार्ड बनाये गये हैं। मण्डलायुक्त श्री चौहान ने निर्देश दिया कि जनपदों में वास्तविक लाभार्थी परिवारों के कराये जा रहे सर्वेक्षण कार्य को शीघ्र पूरा कर गोल्डेन कार्ड से आच्छादित परिवार, अवशेष परिवार एवं परिवार के सदस्यों की संख्या आदि का पूर्ण विवरण तैयार किया जाय। उन्होंने निर्देश दिया कि कार्ड बनाने में अपेक्षित प्रगति लाने हेतु खाद्य एवं रसद विभाग तथा श्रम विभाग का भी सहयोग प्राप्त किया जाय। मण्डलायुक्त मनीष चौहान ने आयुष्मान भारत योजना से आच्छादित लाभार्थियों के उपचार की स्थिति की समीक्षा में अब तक आज़मगढ़ में 9466, मऊ में 7383 एवं बलिया में 5424 लोगों का उपचार होना पाया, जिसे अत्यन्त कम मानते हुए उन्होंने कहा कि इससे स्पष्ट होता है कि लाभार्थियों को गोल्डेन कार्ड से मिलने वाले लाभों की जानकारी कम है। इस सम्बन्ध में उन्होंने अपर निदेशक, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण को निर्देशित किया कि गोल्डेने कार्ड से मिलने वाले लाभों की जानकारी आम जन तक पहुंचाने हेतु सभी जिला चिकित्सालयों, सीएचसी, पीएचसी, विकास खण्डों, पंचायत भवनों आदि पर वाल राइटिंग कराई जाये। इसके अतिरिक्त योजना के व्यापक प्रचार प्रसार के अन्य संसाधनों का भी उपयोग किया जाय। आयुष्मान भारत योजना के तहत सूचीबद्ध चिकित्सालयों के सम्बन्ध में बताया गया कि आज़मगढ़ में कुल 42, मऊ में 20 एवं बलिया 26 चिकित्सालय सूचीबद्ध हैं, जिसमें आज़मगढ़ के 25, मऊ के 12 एवं बलिया के 14 प्राइवेट चिकित्सालय सम्मिलित हैं। मण्डालयुक्त श्री चौहान ने योजना से प्राइवेट अस्पतालों की सूचीबद्धता को कम बताते हुए उन्होंने निर्देश दिया कि तीनों जनपद के जिलाधिकारी एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्राइवेट अस्पताल के संचालकों के साथ बैठक कर अधिक से अधिक प्राइवेट अस्पतालों को इस योजना हेतु सूचीबद्ध करें, ताकि अधिक से अधिक लोग लाभान्वित हो सकें। मण्डालयुक्त मनीष चौहान ने विकास प्राथमिकता से समबन्धित अन्य कार्यक्रमों की समीक्षा करते हुए निराश्रित गोवंश को आश्रय स्थलों तक ले जाने के लिए कैटिल कैचर गाड़ियाॅं आवश्यकता के अनुसार ही क्रय की जाय तथा त्वरित आवश्यकता के दृष्टिगत नगरीय निकायों से कैटिल कैचर पंचायतों को उपलब्ध कराई जाय। उन्होंने तीनों जनपद के जिलाधिकारियों एवं मुख्य विकास अधिकारियों को निर्देश दिया कि मण्डल के जनपदों में गड्ढामुक्त की गयी सड़कों का विवरण पोर्टल से निकाल कर उसकी जाॅंच करायें। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधूरे निर्माण कार्यों की समीक्षा के दौरान पाया कि जनपद आज़मगढ़ में कई सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं उपकेन्द्र विगत कई वर्षों से अधूरे पड़े हैं, जिसकी जाॅंच हेतु पूर्व में निर्देशित किया गया था, परन्तु जाॅंच अभी तक पूर्ण नहीं हुई है, जबकि निर्माण से सम्बन्धित कार्यदायी संस्था उप्र राज्य निर्माण सहकारी संघ लिमिटेड (पैकफेड) के अधिशासी अभियन्ता द्वारा भी इस सम्बन्ध में सन्तोषजनक जवाब नहीं दिया जा रहा है। इस स्थिति पर मण्डलायुक्त ने नाराजगी व्यक्त करते हुए मुख्य विकास अधिकारी आज़मगढ़ को निर्देशित किया कि तत्काल जाॅंच की कार्यवाही पूर्ण करायें। उन्होंने जिलाधिकारी आज़मगढ़ विशाल भारद्वाज से कहा कि एक उपकेन्द्र पूर्ण है तथा बिना हैण्डओवर हुए ही सक्रिय होना बतया गया है, इसलिए इसकी भी जाॅंच करायें तथा अधिशासी अभियन्ता, पैकफेड के विरुद्ध कार्यवाही के लिए शासन को अवगत करायें। बैठक में मण्डलायुक्त द्वारा राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, जल जीवन मिशन, राजस्व वसूली, आपरेशन कायाकल्प, आईजीआरएस, धान खरीद आदि के सम्बन्ध में भी विस्तार से समीक्षा की गयी तथा आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। इस अवसर पर जिलाधिकारी आज़मगढ़ विशाल भारद्वाज, जिलाधिकारी मऊ अरुण कुमार, जिलाधिकारी बलिया सौम्या अग्रवाल, संयुक्त विकास आयुक्त ओपी आर्य, सीडीओ आज़मगढ़ आनन्द कुमार शुक्ल, सीडीओ मऊ प्रशान्त नागर, सीडीओ बलिया प्रवीण वर्मा, वन संरक्षक डा. बीसी ब्रम्हा, अपर निदेशक, चिकित्सा स्वास्थ्य डा. ओपी तिवारी, मुख्य अभियन्ता विद्युत एएन सिंह, डीडी पंचायत संजय बरनवाल, अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) आज़मगढ़ एबी सिंह, मण्डलीय अर्थ एवं संख्या अधिकारी डा. नीरज श्रीवास्तव सहित अन्य मण्डलीय अधिकारी उपस्थित थे।
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