चंडेश्वर स्थित श्री दुर्गा जी महाविद्यालय के शिक्षक संघ का चुनाव संपन्न
आजमगढ़: शिक्षक संघ का चुनाव चंडेश्वर स्थित श्री दुर्गा जी महाविद्यालय के सभागार में सम्पन्न हुआ। जिसमे श्री दुर्गा जी लोकतांत्रिक शिक्षक संघ ने अपना विलय मातृ संगठन शिक्षक संघ में करते हुए सर्वसम्मति से डा प्रवेश कुमार सिंह को निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया। वहीं उपाध्यक्ष डा अखिलेश यादव, महामंत्री डा नीलेश कुमार सिंह, कोषाध्यक्ष प्रो. रामानंद सिंह व संयुक्त मंत्री के रूप में डा विष्णुदेव यादव निर्वाचित घोषित किए गए। निरंतर सातवीं बार शिक्षक संघ का अध्यक्ष चुने जाने पर शिक्षकों ने डा. सिंह को बधाई देते हुए माल्यार्पण कर सम्मानित किया। अपने सम्मान से अभिभूत डा प्रवेश कुमार सिंह ने कहाकि शिक्षको के इस लड़ाई का आज एक सुनहरा दिन है कि अब हम सब एकजुट होकर शिक्षकों के समस्याओं के निदान के लिए एक साथ एक ही दिशा में बढ़ रहे है। शिक्षक हित ही संगठन का एक मात्र लक्ष्य होना चाहिए। उन्होंने कहाकि इस चुनाव के साथ हमें एक नई ऊर्जावान कार्यकारिणी मिल रही है, जल्द ही इसका असर महाविद्यालय से लेकर विश्वविद्यालय तक दिखने लगेगा। महामंत्री डा नीलेश कुमार सिंह ने कहाकि वरिष्ठ और कनिष्ठ शिक्षकों के साथ हमारी पहली प्राथमिकता महाविद्यालय का विकास एवं शिक्षण कार्य की गुणवत्ता में अपेक्षानुरूप सुधार लाना होगा ताकि हम अपने विद्यार्थियों को नेक इंसान बनाने का काम को मूर्त रूप दे सकें। पूर्व प्राचार्य प्रो.डा मधुबाला राय व प्रो.संतोष कुमार सिंह ने कहाकि नई कार्यकारिणी से महाविद्यालय को बहुत अपेक्षा व उम्मीद है कि वे हम प्राध्यापकों की भावनाओं पर खरे उतरेंगे। खुशी की बात है कि समस्त प्राध्यापक अपने हितों की रक्षा के लिए महाविद्यालय प्रशासन से गुहार करेंगे तो निश्चित ही शिक्षक समस्याओं का निदान होगा। वि.वि.महामंत्री डा इन्द्रजीत ने कहाकि अब एक ही आवाज पर महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक अपने हक की लडाई लडेंगे और संघर्ष के बल पर ही अपनी लंबित समस्याओं का निदान कराने का काम करेंगे। अंत में प्राचार्य प्रो. नागेन्द्र द्विवेदी ने नई कार्यकारिणी को बधाई दिया। संचालन डा अजीत प्रताप सिंह ने किया। इस मौके पर प्रो. एसएन चौबे, प्रो. प्रकाशचन्द, डा रविन्द्र, डा मुकूल, इंजी जितेन्द्र, डा चन्द्रविकास, डा ईश्वर, डा वीरेन्द्र, डा राजीव, डा राजेश, डा हर्ष, डा अशोक, डा सत्येन्द्र, डा रामजी वर्मा व डा फखरे आलम मौजूद रहे।
Blogger Comment
Facebook Comment