ग्राम पंचायत अधिकारी, प्रधान पुत्र समेत चार को गिरफ्तार किया गया
आजमगढ़: एक आरटीआई कार्यकर्ता के दुकान में पिस्टल रख कर फर्जी फंसाने का प्रयास हुआ था। जिसका बृहस्पतिवार को पुलिस ने भंडाफोड़ करते हुए ग्राम पंचायत अधिकारी, प्रधान पुत्र समेत चार को गिरफ्तार कर लिया। उक्त लोगों ने ही आरटीई कार्यकर्ता के दुकान में पिस्टल रख कर पुलिस को यह सूचना दिया था कि आरटीआई कार्यकर्ता अपने मेडिकल स्टोर में माध्यम से असलहों की तस्करी करता है। एएसपी सिटी शैलेंद्र लाल ने पुलिस लाइन में आयोजित प्रेसवार्ता में बताया कि आरटीआई एक्टीविस्ट मनोज कुमार यादव के संदर्भ में ब्लाक क्षेत्र के प्रधानों व अन्य जिम्मेदारों द्वारा किए जा रहे लगभग छह करोड़ के भ्रष्टाचार की जांच करायी जा रही है। जिसे लेकर ब्लाक के कुछ लोग व क्षेत्र के प्रधान मनोज के खिलाफ साजिश रचने लगे। इसके तहत 29 नवंबर को मनोज के दुकान पर एक बोरी में ग्राम पंचायत अधिकारी विवेक कुमार, प्रधान पुत्र विवेक सिंह, सूरज विश्वकर्मा, पंकज व सुधीर वर्मा ने साजिश रच कर पिस्टल रखवा दिया। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई कि मनोज यादव अपनी दुकान से असलहा की तस्करी करता है। सूचना पर पहुंची पुलिस मनोज को थाने ले आयी और दुकान से पिस्टल भी बरामद किया। विवेचना के दौरान सारी साजिश का खुलासा हुआ। यह ज्ञात हुआ कि मनोज की दुकान में पिस्टल उक्त लोगों द्वारा ही रखवाया गया था। ऐसा उक्त लोगों ने इस लिए किया ताकि मनोज जेल चला आए और मनोज के आरटीआई पर चल रही छह करोड़ के भ्रष्टाचार की जांच रूक जाए। बृहस्पतिवार को पुलिस ने पांचों चिन्हित अभियुक्तों में से चार विवेक सिंह, सूरज विश्वकर्मा, विवेक कुमार व सुधीर वर्मा को मुखबिर की सूचना पर निहोरगंज बाजार से गिरफ्तार कर लिया। एक फरार आरोपी पंकज उर्फ अखिलेश की तलाश में पुलिस जुटी हुई है।
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