आजमगढ़: खुद को सीमा सुरक्षा बल का जवान बता पुलिस एवं प्रशासन की आंखों में धूल झोंक कर तीन असलहों का लाइसेंस जारी कराने वाले की जांच के दौरान पोल खुली और बुधवार को दिन में उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। बताते हैं कि बीते वर्ष 5 जनवरी को कप्तानगंज थाने पर तैनात उपनिरीक्षक बांके बहादुर सिंह द्वारा लिखित सूचना दी गई कि क्षेत्र के तहर वाजिदपुर ग्राम निवासी आनंद सिंह उर्फ विक्की सिंह एवं संदीप सिंह पुत्र गढ़ स्वर्गीय श्याम बहादुर सिंह द्वारा फर्जी तरीके से बंदूक, राइफल तथा रिवाल्वर के लाइसेंस जारी करा लिए गए हैं। मामले की विवेचना के दौरान शस्त्र धारक द्वारा पुलिस को उपलब्ध कराए गए लाइसेंसों की छाया प्रति के आधार पर जानकारी हुई थी अंशदीप सिंह ने खुद को सीमा सुरक्षा बल के द्वितीय बटालियन का जवान तथा अपनी तैनाती जनपद किश्तवार, जम्मू-कश्मीर मैं दिखा कर फर्जी तरीके से तीन शस्त्रों का लाइसेंस जारी करा लिया है। आरोपी के बारे में प्राप्त जानकारी के बाद पता चला कि वह कभी भी सेना अर्धसैनिक बल तथा पुलिस बल के साथ ही किसी भी सरकारी नौकरी में सेवारत नहीं था और उसने कूट रचित दस्तावेज प्रस्तुत कर छन पूर्वक शास्त्रों का लाइसेंस अपने नाम तथा भाई के नाम जारी करा लिया है विवेचना में सारे तथ्य उजागर होने के बाद कप्तानगंज थाने में आरोपी दोनों भाइयों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा पंजीकृत किया गया बुधवार को दिन में उपनिरीक्षक विशाल चक्रवर्ती ने अपने हमराहियों के साथ वाजिदपुर गांव निवासी आरोपी भाइयों के घर दबिश देकर आरोपी अंशदीप सिंह पुत्र स्व० श्यामबहादुर सिंह को गिरफ्तार कर लिया।
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