अतरौलिया की घटना, स्थानीय युवाओं ने तीन किशोरों को बचा लिया
आजमगढ़ : अतरौलिया में छोटी सरयू किनारे सोमवार तड़के छठ पूजा की खुशियाें को ग्रहण लग गया। पूजा में शामिल होने आए चार किशोर नहाने के दौरान गहरे पानी में जा समाए, जिसमें से एक का शव बरामद हो पाया है। हादसे की भनक लगते ही परिवार में कोहराम मच गया तो घटनास्थल पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। स्वजन की चीख-पुकार से माहौल गमगीन हो उठा था। स्थानीय उत्साही युवाओं ने तीन किशोरों को बचा लिया है। घटना के पीछे हाईवे निर्माण के लिए नदी से निकाली गई मिट्टी मूल वजह बनकर उभरी है। हालांकि, असली सच्चाई तो छानबीन में ही सामने आ पाएगी। अतरौलिया थाना क्षेत्र के भटपुरवा गांव निवासी 16 वर्षीय सत्यम यादव की भाभी चमन छठ व्रत की थीं। पूरा परिवार तड़के घाट किनारे उगते भगवान भाष्कर को अर्घ्य देने के लिए घर से निकला था। चमन पानी में उतर सूर्यदेव के उगने का इंतजार करने लगीं, जबकि परिवार के लोग गीत गाने एवं खुशियों में डूबे हुए थे। उसी समय सत्यम और रिश्तेदारी आए दो सगे भाई अनिकेत, अभिषेक और एक अन्य किशोर को नहाने की सूझी। इसके बाद चारो घाट से कुछ दूर जाकर सरयू में नहाने के लिए छलांग लगा दिए। चारो काे गहरे पानी में जाने का लोगों को एहसास हुआ तो चीख-पुकार मच गई। वहां मौजूद भरसाईं गांव के दो युवक मीरजा और विकास किशोरों को बचाने के लिए नदी में कूदे तो तीन को बचा लाए, जबकि सत्यम गहरे पानी में जा समाया। मशक्कत के बाद सुबह में करीब 8:30 बजे सत्यम काे गहरे पानी से निकाला जा सका, लेकिन, तब तक देर हो चुकी थी। 11 वीं का छात्र रहा सत्यम दो भाइयों में छोटा था। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि हाईवे निर्माण में लगी कार्यदायी संस्था के मिट्टी निकाले जाने से किनारे पर ही नदी 20 से 22 फीट गहरी हो गई है, जिसे किशोर भाप नहीं सके और हादसा हो गया। घटना की जानकारी होते ही फुआ के यहां छठ व्रत में शामिल होने होने दाे सगे भाई अनिकेत और अभिषेक पुत्र रामकुमार निवासी भोराजपुर अतरौलिया के स्वजन पहुंच आए। हालांकि दोनों को सुरक्षित देख उनकी चिंता कुछ कम हुई, लेकिन सत्यम के मौत का दुख उनके चेहरे पर स्पष्ट नजर आ रहा था। ग्रामीणों ने बताया कि बचाव के लिए उन्होंने अपनी ओर से बैरिकेंडिंग तैयार किया था, लेकिन मिट्टी निकालने के कारण अप्रत्याशित गहराई से सभी ने अनभिज्ञता जताई।
Blogger Comment
Facebook Comment