चित्र - इंटरनेट |
12 बिंदुओं के निर्धारित प्रारूप पर कंपाइल की जा रही सर्वे रिपोर्ट
आजमगढ़: जनपद में बिना मान्यता के संचालित मदरसों की जांच पूरी हो गई है। जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी, संबंधित क्षेत्र के एसडीएम और बीएसए की तीन सदस्यीय टीम की लगभग एक माह के सत्यापन में 115 मदरसे बिना मान्यता लिए संचालित पाए गए हैं। इनमें निजामाबाद, बिलरियागंज, लालगंज व सरायमीर के चार ऐसे मदरसे भी शामिल हैं, जिनकी या तो मान्यता नहीं है, या फिर मान्यता कक्षा आठ तक की है और संचालन उससे अधिक की कक्षाओं का भी किया जा रहा है। 12 बिंदुआें पर हुई जांच आख्या को तहसीलवार निर्धारित प्रारूप पर बनाकर 15 नवंबर तक शासन को भेज दिया जाएगा।
12 बिंदुओं पर हुई जांच आख्या को तहसीलवार निर्धारित प्रारूप पर बनाकर 15 नवंबर तक शासन को भेज दिया जाएगा। शासन ने 12 बिंदुओं पर बिना मान्यता के चल रहे मदरसों का सर्वे कराने का आदेश दिया था। आदेश के अनुपालन में कमेटी ने जिले की सभी आठ तहसीलों में मदरसों का सर्वे कर 12 बिंदुओं पर जानकारी एकत्र की। जिसमें मान्यता, संबद्धता, बच्चों की संख्या, शिक्षकों की संख्या, पाठ्यक्र व शिक्षण सामग्री आदि शामिल थी। सर्वें में एक-एक मदरसे का ब्योरा अलग-अलग रखा गया है। एक निर्धारित प्रारूप पर सर्वे रिपोर्ट को कंपाइल किया करके नोडल अधिकारी एडीएम प्रशासन को सौंपा जाएगा। उसके बाद डीएम की संस्तुति के बाद निदेशक अल्पख्यक कल्याण विभाग भेजा जाएगा।
जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी वर्षा अग्रवाल ने बताया ‘‘बिना मान्यता के संचालित मदरसों का सर्वे पूरा हो चुका है। तहसीलवार रिपोर्ट कंपाइल कर नोडल अधिकारी एडीएम प्रशासन को दो-तीन दिन में सौंप दी जाएगी। अग्रिम कार्रवाई के लिए डीएम की संस्तुति के बाद आख्या निदेशालय अल्पसंख्यक कल्याण विभाग को भेज दी जाएगी।
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