04 के खिलाफ केस दर्ज, डैमेज कंट्रोल को प्रशासन ने चलाया बुलडोजर
आजमगढ़ : संगीतकार आदर्श मिश्रा की गोली मारकर हत्या किए जाने का गम बुधवार को दूसरे दिन गांव वालों के चेहरे पर नजर आया। हरिहरपुर संगीत अकादमी में मातमी सन्नाटा पसरा रहा। हत्याकांड की रात जैसे-तैसे जरूर बीत गई, लेकिन सुबह भीड़ से गांव अटा पड़ा था। नृशंस हत्या से लोगों का तमतमाया चेहरा देख पुलिस सुबह ही बुलडोजर लिए धमक पड़ी थी। दोपहर बाद बुलडोजर चला तो मुख्य आरोपित की पोखरी का अतिक्रमण हटाया गया। पोस्टमार्टम के बाद शव रख दिया गया था, डीएम विशाल भारद्वाज के पहुंचने पर सुबह अर्थी उठी तो मां, बहन व नात-रिश्तेदारों के बिखलने से माहौल गमगीन हो उठा। यूं तो इस तरह हत्या करने जैसी घटना के पीछे उद्देश्य पुलिस की जांच में ही सामने आ पाएगी, लेकिन तहरीर में छेड़खानी ही दर्शाया गया है। छेड़खानी कब और किसके साथ हुई, यह भी फिलहाल स्पष्ट नहीं है। गांव के लोगों का यह भी कहना था कि आरोपित भी आदर्श के जान पहचान वाले थे। ऐसे में जान लेने तक की नौबत कई सवाल खड़े कर रहा है। आदर्श की हत्या के बाद एक बारगी ग्रामीण आंदोलन की राह पकड़े। वेदांता हास्पिटल के बाहर जाम लगा दिए। पुलिस ने शव को कब्जे में लेने की कोशिश की तो भड़क उठे, लेकिन मान-मनौव्वल के बाद शव को पुलिस मार्चरी ले जा पाई। बुधवार की सुबह अर्थी उठी जरूर, लेकिन ग्रामीणों ने फिर से शव को सड़क पर रख दिया। हत्यारों को फांसी दो के नारे के साथ माहौल गर्म हुआ, तो पुलिस को पसीना छूट गया। हालांकि, कुछ सभ्रांतजन के समझाने पर लोग अंतिम संस्कार के लिए राजघाट रवाना हो गए। मिली जानकारी के अनुसार जो तहरीर दी गई है उनमें सुशील यादव, काजू शर्मा, चंदन यादव व मोनू यादव का नाम है।
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