बिलरियागंज (आजमगढ़): क्षेत्र के दर्जन भर लोगों ने मुनाफे के चक्कर में 70 लाख रुपये गंवा दिए। इसका आभास तब हुआ जब ठग द्वारा दिए गए जीएसटी नंबर की छानबीन शुरू की। वह नंबर फर्जी निकला, तो लोगों के होश उड़ गए और बिलरियागंज थाने में एक अज्ञात समेत 13 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया। छिछोरी गांव निवासी शारिफ ने दी गई तहरीर में बताया कि छीहीं गांव के सैयद मोहम्मद बिलाल ने शहाबुद्दीनपुर में खुद की वित्त कंपनी चलाने की जानकारी दी। बताया कि कंपनी के माध्यम से शेयर मार्केट में पैसा लगाकर मुनाफे का 90 फीसद पैसा लगाने वालों को दिलाता है। इस लालच में शारिफ ने कई दोस्तों व रिश्तेदारों का 70 लाख रुपये जमा करा दिया। उसने अपनी कंपनी का जीएसटी नंबर व खाता भी बताया। उसके प्रभाव में आकर स्वयं का 50 लाख तथा 20 लाख अपने दोस्तों व रिश्तेदारों का अलग-अलग दिनों में उसके द्वारा बताए गए कंपनी व कर्मचारियों के खातों में डाल दिया। जब वह मुनाफे के बारे में बात करता, तो ठगी करने वाले लोग कहते थे कि सवा करोड़ रुपए हो जाने के बाद उसे मुनाफे का पैसा मिलेगा। शक होने पर उसने जीएसटी नंबर की जांच की, तो वह फर्जी मिला। उसके बाद उसकी कंपनी के बारे में भी छानबीन की गई, तो फर्जी होने की पुष्टि हुई। पीड़ित ने शुक्रवार की देर रात थाने में मुख्य आरोपित, उसकी पत्नी सहित 13 लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कराया। बताया कि आरोपित का पिता यूनियन बैंक में कर्मचारी था तथा हेराफेरी व गबन के आरोप में उसके विरुद्ध भी पूर्व में कार्रवाई की जा चुकी है। आरोपित अपने जाल में सैकड़ों लोगों को फंसा चुका है तथा पिछले लगभग पांच वर्षों से इस तरह का कार्य कर रहा है। प्रारंभ में लोगों में विश्वास हासिल करने के लिए वह आसपास के छोटे-मोटे लोगों को रकम का दोगुना देने का काम करता था, जिससे धीरे-धीरे लोगों में उसका विश्वास कायम हो गया था। थानाध्यक्ष विजय प्रकाश मौर्य ने बताया कि मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है। आरोपितों की धरपकड़ के लिए प्रयास किया जा रहा है।
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