दर्जनों गांव पानी से घिरे,कई संपर्क मार्ग डूबे,कुछ जगहों पर नाव से हो रहा आवागमन
आजमगढ़: लखीमपुर के वनवसा और शारदा बैराज से 3,17,335 क्यूसेक पानी छोड़े जाने के चौथे दिन सोमवार को सरयू नदी का जलस्तर और भी बढ़ गया। डिघिया गेज पर खतरा निशान से 31 सेमी जलस्तर ऊपर हो गया है। दर्जनों गांव पानी से घिरने से और कई संपर्क मार्गों के डूबने से आवागमन मुश्किल हो गया है। बांका और बूढ़नपट्टी के बीच बनी पुलिया पर कमर भर से ज्यादा पानी होने से कई गांवों के लोग नाव की सवारी करने लगे हैं।पानी बढ़ने से गांगेपुर, उर्दिहा और बगहवा में हो रही कटान की गति तो मंद हो गई है, लेकिन आबादी की ओर बाढ़ का पानी बढ़ने से ग्रामीणों की चिंता बरकरार है। अभी से निचले इलाके में बसे लोग जरूरी सामान समेटने लगे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि अगर नदी ऐसे ही बढ़ती रही तो हालत बिगड़ जाएगी। तटवर्ती इलाके में बसे बगहवा, हाजीपुर, चक्की, शिवपुर, झगरहवा सहित दर्जनों गांव में पानी फैलने लगा है। सोनौरा, हाजीपुर, पकड़ी हवा, अभ्भनपट्टी जैसे आधे दर्जन गांवों के संपर्क मार्गों पर पानी भर गया है। धान, सब्जी, मक्का, अरहर की खेती डूबने लगी है। कई गांव के लोगों का आवागमन नाव से हो रहा है। देवारांचल में सरजू नदी की लहरें प्रतिवर्ष तबाही मचाती हैं। पिछले वर्ष आई बाढ़ में काफी जमीन कटकर नदी में बह गई। रविवार को नदी का जलस्तर डिघिया नाले पर 70. 54 था, जो सोमवार 17 सेमी वृद्धि के साथ 70.71 मीटर हो गया। यहां खतरा बिंदु 70.40 है।
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