ईदगाहों व मस्जिदों के आसपास सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम रहे
नमाज स्थलों के बाहर लगा मेला, बच्चों ने की खरीदारी
आजमगढ़: कुर्बानी का पर्व ईद-उल-अजहा को लेकर पूरे जिले में सुबह से ही लोगों में उत्साह दिखा। नमाज के बाद लोगों ने अमन-चैन की दुआ मांगी। उसके बाद घरों में पशुओं को नहलाकर कुर्बानी की रस्म पूरी की। इसके बाद मिलने-जुलने और दावतों का सिलसिला शुरू हो गया। ईदगाहों व प्रमुख मस्जिदों के आसपास खिलौना-गुब्बारा बेचने वाले भी घूमते नजर आए। सुरक्षा के लिहाज से खुद पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने भी नगर के अलावा रानी की सराय, निजामाबाद, सरायमीर और मुबारकपुर क्षेत्र का भ्रमण किया। ग्रामीण क्षेत्रों में भी ईद-उल-अजहा (बकरीद) को लेकर खासा उत्साह देखा गया। एहतियात के तौर पर नमाज स्थलों के आसपास फोर्स तैनात रही और अधिकारी भ्रमण करते रहे। कुर्बानी के बाद लोगों के आने-जाने का सिलसिला शुरू हुआ तो देर रात तक चलता रहा। शाकाहारी मित्रों के लिए तमाम लोगों ने अलग से व्यवस्था की थी। ऐसे लोगों को कहीं पनीर की सब्जी, तो कहीं सेवईं, मिष्ठान और फल परोसे गए। सरायमीर क्षेत्र में मुस्लिम बंधुओं ने दो साल बाद रविवार को ईदगाहों में बकरीद की नमाज पढ़ी। सुबह स्नान के बाद नए कपड़े पहने, इत्र लगाकर अल्लाह का शुक्र अदा करते हुए घरों से ईदगाह की ओर निकल पड़े। सरायमीर ईदगाह में मुफ्ती मोहम्मद अरशद फारूकी ने अपने बयान में कहा सभी लोग अपने बच्चों को बुनियादी दीनी तालिम पर तवज्जो दें। बच्चों के इस्लामी तालीम की फिक्र करें । देवगांव में मस्जिदों में नमाज के बाद कुर्बानी का दौर शुरु हो गया। पुलिस और प्रशासन मुस्तैद रहा। माहुल में पवई रोड स्थित ईदगाह में नमाज के दौरान सुरक्षा की दृष्टि से क्षेत्राधिकारी लालता प्रसाद साहू, थानाध्यक्ष अहरौला राजेंद्र प्रसाद सिंह आदि मौजूद रहे।बिलरियागंज के पुराना चौक स्थित ईदगाह में मोहियुद्दीन गाजी ने नमाज पढाई। इसके बाद मुस्लिम बंधुओं ने गले मिलकर बधाई दी। मेंहनगर में लखरांव पोखरे के पूर्वी छोर पर स्थित ईदगाह में मौलाना अरसद ने नमाज पढ़ाई। उसके बाद लोगों ने एक- दूसरे को बधाई दी।
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