आजमगढ़: उत्तर प्रदेश सरकार ने मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत का स्थानांतरण कर दिया है। इन्हें प्रयागराज का मंडलायुक्त बनाया गया है।विजय विश्वास पंत ने चार जुलाई 2020 को मंडलायुक्त का कार्यभार ग्रहण किया था। वे लगभग दो साल, 25 दिन आजमगढ़ मंडल के मंडलायुक्त रहे। इनके स्थान पर निदेशक उद्याेग मनीष चौहान जिम्मेदारी संभालेंगे। मनीष चौहान पूर्व में जनपद के जिलाधिकारी का पद संभाल चुके हैं। राजस्थान सरकार के विभिन्न विभागों में प्रमुख पदों पर रह चुके जोधपुर निवासी मनीष चौहान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सचिव भी रह चुके हैं। वे राजस्थान में डेप्यूटेशन पर अलग-अलग विभागों में तैनात रहे। जून 2020 में उत्तर प्रदेश लौटे। मनीष चौहान राजस्थान में जोधपुर के रहने वाले हैं। इनके पिता सरकारी नौकरी में थे। प्रारंभिक शिक्षा भरतपुर में होने के बाद इनका चयन आइआइटी कानपुर में हुआ। वर्ष 1996 में कंप्यूटर साइंस से बीटेक करने के बाद आइआइएम कोलकाता में प्रवेश लिया। वर्ष 1998 में एमबीए करने के दो वर्ष बाद उनका चयन भारतीय सिविल सेवा में हुआ। यूपी में इनकी पहली पोस्टिंग ज्वाइंट मैजिस्ट्रेट के रूप में प्रयागराज (तब इलाहाबाद) में हुई। जालौन, गाजीपुर, हमीरपुर, हरदोई, इटावा, आजमगढ़, झांसी, अलीगढ़, बरेली और लखीमपुर खीरी में जिलाधिकारी रहे। वर्ष 2013 में डेप्यूटेशन पर राजस्थान चले गए। 2018 में वापस लौटे तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन्हें अपने कार्यालय में सचिव के पद पर तैनात किया। उधर, विजय विश्वास पंत अपने कार्यकाल में कोरोना काल के दौरान अस्पतालों में संसाधनाें की व्यवस्था, टेस्टिंग और सक्रिय मरीजों के उपचार को लेकर काफी प्रयास किया। एनएच-233 के समय पर कार्य पूरा न होने पर कार्यदायी संस्था के प्रति काफी सख्त रहे। विशेष रूप से त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद पंचायत निधि की धनराशि निकालने वाले पूर्व प्रधानाें की जांच कराई। कई के खिलाफ कार्रवाई भी की। जिले में रेंडम चेकिंग कर कम से कम 30 गांवों में कराए गए विकास कार्याें की जांच कराई। संबंधित पूर्व प्रधान, ग्राम पंचायत सचिव, ग्राम विकास अधिकारी व तकनीकी सहायक की जिम्मेदारी सुनिश्चित करते हुए कारण बताओ नोटिस, निलंबन तक की कार्रवाई की संस्तुति की। सगड़ी तहसील क्षेत्र के देवारा में सरयू नदी पर गोलाघाट के पास बन रहे पुल के निर्माण को लेकर काफी गंभीर रहे। मंडलीय बैठक में कार्यदायी संस्था से प्रगति में तेजी लाने के निर्देश देते रहे। ओवरलोड स्कूली वाहनों पर कार्रवाई और दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्रों में ब्लैक स्पाट चिह्नित कर प्रभावी कार्रवाई के निर्देश दिए। फरियादियों की समस्याओं के समाधान के प्रति काफी गंभीर रहे।
Blogger Comment
Facebook Comment