वर्षा में यात्री टपक रही बसों में भींगकर सफर करने को विवश हैं
आजमगढ़ : रोडवेज बसों को 21 वीं सदी की सुविधाएं से जोड़ने के दावे किए जा रहे हैं, जबकि मानसून की वर्षा में यात्री टपक रही बसों में भींगकर सफर करने को विवश हैं। बुधवार को रोडवेज बस अड्डा पहुंचे कई यात्री बुझे मन से उतरते देखे गए। दरअसल, बहुतेरे यात्रियों के कपड़े गीले नजर आ रहे थे। बुधवार को बलिया से आजमगढ़ पहुंची एक बस के यात्री परेशान नजर आए। बलिया के रमेश सोनकर ने बताया कि रोडवेज बसों में जीपीएस लगाने की बात हो रही है। यहां पानी से टपकती बसें सड़कों पर दौड़ाई जा रही हैं। कहा कि बलिया से आजमगढ़ पहुंचने के दौरान कई बार झमाझम बारिश हुई। चालक की पीठ पर पानी टपकने से उसका ध्यान भटक रहा था। दिनेश राय ने कहा कि एक-दो नहीं छह स्थानों से पानी टपक रहा था। यात्रियों ने चालक से शिकायत की तो वह अपनी भीगी पीठ की ओर इशारा कर खामोश पड़ गया। परिचालक भी क्या करता चुप्पी साध गया, जिससे कोई विवाद न होने पाए। कमोबेश यही स्थिति मऊ, इलाहाबाद से आई कई रोडवेज बसों में नजर आई। सीट गीला होने से यात्री खड़े होकर यात्रा करना मुनासिब समझ रहे थे। अनुबंध वाली बसों की स्थिति तो और ज्यादा खराब है। चालक बताते हैं कि मालिक से शिकायत करने पर अनदेखी करते हैं। अधिकारियों को यात्रियों की फिक्र ही नहीं होती है। उनका काम रोडवेज बसों को रोकना, सरकार के खजाने को भरना होता है। टिकट चेक करने के साथ दुश्वारियां जान लेते तो कुछ भला होता, लेकिन वह केवल टिकट की जांच कर चले जाते हैं। एसडी राम, एआरएम, आजमगढ़ डिपो ने बताया कि बसों के ऊपरी हिस्से से पानी टपकने की शिकायतें मिल रही हैं। इसे दुरुस्त कराने के निर्देश दिए गए हैं। यात्रियों की सुविधा का पूरा ख्याल रखा जा रहा है।
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