कहा,चुनाव में ड्यूटी लगने से शिक्षण कार्य, सत्रात्मक परीक्षा, मूल्यांकन कार्य प्रभावित होंगे
आजमगढ़:शिक्षण व शिक्षेणत्तर कार्य के बीच चुनाव में ड्यूटी लगाए जाने से नाराज जनपद के समस्त महाविद्यालय के प्रोफेसर, सहायक प्रोफसेरों ने अपनी कडी नाराजगी व्यक्त की हैं। इसी को लेकर सोमवार को जिले के समस्त प्रोफेसरों का एक प्रतिनिधिमंडल एसजेड अली जिम्मी के नेतृत्व में जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन प्रशासन को सौंपा और चुनाव में ड्यूटी जाने से शिक्षण कार्य, सत्रात्मक परीक्षा, मूल्यांकन कार्य प्रभावित होने की बात कहीं और अविलंब इस आदेश को वापस लिए जाने की मांग किया। शिनेका प्रोफेसर एसजेड अली जिम्मी ने कहाकि महाविद्यालय आजमगढ के सभी प्राध्यापक वर्तमान में परीक्षा मूल्यांकन एवं नई शिक्षा नीति के तहत पठन-पाठन में अपना योगदान दे रहे हे। मनायोग से कार्य किए जाने के बीच केंद्र-प्रदेश सरकार द्वारा जारी नई शिक्षा नीति के क्रम में पठन-पाठन सम्पादित कराया जा रहा है, ऐसे में प्रधानाध्यापकों की चुनाव ड्यूटी न लगाया जाना समीचीन होगा। महाविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष डा प्रवेश सिंह ने कहाकि प्रोफेसर, सहायक प्रोफेसरों की मांग जायज है, हमारी समस्याओं का निदान प्रशासन तत्काल किया जाए। वर्तमान में नई शिक्षा नीति के तहत हो रहे पठन-पाठन, परीक्षा, मूल्यांकन की व्यवस्तता को देखते हुए तथा पुनः सत्र नियमित करने हेतु एवं आगामी 20 जुलाई 2022 से पुनः द्वितीय सत्र की परीक्षा के मद्देनजर जनपद के सभी प्राध्यापकों को चुनाव ड्यूटी से मुक्त रखा जाए ताकि बच्चों के भविष्य के प्रति कोई लापरवाही न हो सकें। अगर हम प्रोफेसरों/सहायक शिक्षकों की समस्याओं का निदान नहीं किया तो हम मुखर होने को बाध्य होंगे जिसकी समस्त जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। इस अवसर पर डा अलीउद्दीन, डा मो खालिद, डा इन्द्रजीत, डा ईश्वरचन्द्र, डा राकेश यादव, डा मनोज द्विवेदी, डा युवराज सिंह, डा प्रशांत राय, डा राजेश्वर पांडेय, डा अजीत राय, डा अतुल यादव, डा अर्पित मिश्रा, डा प्रवेश सिंह सहित आदि प्रोफसेर/सहायक प्रोफेसर मौजूद रहे।
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