प्राथमिक उपचार के बाद आठ को छोड़ा गया, एक का चल रहा था इलाज
आजमगढ़: जवाहर नवोदय विद्यालय जीयनपुर की नौ छात्राओं की तबीयत शुक्रवार की रात भोजन के बाद एकाएक बिगड़ने लगी। एक के बाद एक छात्रा को उल्टी-दस्त होने लगी। हास्टल की नर्स के छुट्टी पर होने के कारण बीमार छात्राओं को सामान्य दवा दी गई। शनिवार की सुबह बीमार छात्राओं को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर भर्ती कराया गया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद आठ को छोड़ दिया गया, जबकि प्रियंका को भर्ती कर इलाज चल रहा था। जवाहर नवोदय विद्यालय की छात्राओं को रात के भोजन में काबुली चने की सब्जी, रोटी और खीर दी गई थी। भोजन के बाद कइयों को अचानक उल्टी-दस्त शुरू हो गई, कइयों ने सिर और पैर में दर्द होने की शिकायत की। विद्यालय की कक्षा 12 की छात्रा प्रिया एवं संजू, कक्षा नौ की अनामिका, नेहा, अदिति, कक्षा सात की रंजना, कक्षा 10 की मोनिका और प्रियंका समेत नौ लोगों को शनिवार को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां आठ लोगों को दवा देकर छोड़ दिया गया, जबकि कक्षा 10 की छात्रा प्रियंका को ज्यादा उल्टी-दस्त होने के कारण भर्ती कर इलाज चल रहा था। फूड प्वाइजनिग की खबर के चलते विद्यालय प्रशासन के लोग और भी परेशान हो गए। विद्यालय की वार्डन शिखा श्रीवास्तव ने बताया कि रात में कुछ छात्राओं की तबीयत बिगड़ गई थी, जिनका शनिवार की सुबह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर इलाज कराया गया। प्रधानाचार्य शशिकांत राय ने बताया कि हमारे यहां 500 बच्चे हैं। इसमें से कुछ बच्चों की तबीयत सामान्य रूप से खराब हो जाती है। शुक्रवार को रात में काफी गर्मी थी, जिसके चलते कुछ छात्राओं की तबीयत खराब हो गई। फूड प्वाइजनिग जैसी कोई बात नहीं है।
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