अचानक कलेक्ट्रेट परिसर की आपातकालीन घंटी बजी और लोगो को भूकंप की सूचना मिली
ऊपरी मंजिल में फंसे लोगों को एनडीआरएफ की रोप रेस्क्यू टीम ने बाहर निकाला
आजमगढ़ 27 अप्रैल-- 11वीं वाहिनी एनडीआरएफ के कमांडेंट श्री मनोज कुमार शर्मा के निर्देशानुसार आज कलेक्ट्रेट ऑफिस आजमगढ़ में मॉक ड्रिल का आयोजन हुआ। अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 श्री आजाद भगत सिंह की अध्यक्षता में भूकंप आपदा पर आधारित संयुक्त अभ्यास, एनडीआरएफ और जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण व अन्य हित धारकों के साथ किया गया। कलेक्ट्रेट परिसर में मॉक ड्रिल की शुरूआत 09.30 मिनट पर हुई। पहले से निर्धारित कार्यक्रम के तहत अचानक कलेक्ट्रेट परिसर की आपातकालीन घंटी बजी और कार्मिकों को भूकंप आने की सूचना दी गई। भूकंप थमने के बाद सभी कार्मिक खुले स्थान पर इकट्ठा हुए, जहां उनका काउंट किया गया। एनडीआरएफ के 30 बचाव कर्मी इंस्पेक्टर डीपी चंद्रा के नेतृत्व में घटना स्थल पर पहुंच कर तुरंत ही बचाव और राहत कार्य शुरू कर दिया। कुछ लोगों के बिल्डिंग के ऊपरी मंजिल में फंसे होने की जानकारी पर एनडीआरएफ की रोप रेस्क्यू टीम के बचावकर्ता रोप तकनीकों का इस्तेमाल कर बिल्डिंग के ऊपरी मंजिल से लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने का अभ्यास किया। एनडीआरएफ टीम के डिप्टी कमांडेंट पीएल शर्मा ने बताया कि इस मॉक ड्रिल के माध्यम से आपदा की स्थिति में अधिकारियों एवं कर्मचारियों को अपनी जिम्मेदारियों से अवगत करवाया गया। भविष्य में ऐसी किसी भी आपदा के समय जान-माल के नुकसान को कम किया जा सके। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन की शुरुआत स्वयं से शुरू करनी होगी तथा जन-जन को आपदा प्रबंधन के बारे में जागरूक करना होगा। इस दौरान अपर जिलाधिकारी प्रशासन अनिल कुमार मिश्र, एसडीएम सदर जेआर चौधरी, प्रेम चंद्र मौर्या उपजिलाधिकारी मेहनगर, एसएन त्रिपाठी उपजिलाधिकारी लालगंज, नवीन प्रसाद उप जिलाधिकारी बूढ़नपुर, अतुल कुमार सिंह बीएसए, डॉ0 वीरेंद्र सिंह, सौम्या सिंह सीओ सदर, रानी गरिमा यादव तहसीलदार एवं अन्य विभाग के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।
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