इंस्टाग्राम व फ्री फायर गेम से किशोरी की संपर्क में आया था
मुम्बई जाते समय प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर पकड़े गए
आजमगढ़/वाराणसी: प्रयागराज में आजमगढ़ जिले के युवक के पकड़े जाने के बाद सनसनीखेज मामला सामने आने के बाद पुलिस सक्रिय हो गई है। आजमगढ़ जिला निवासी आसिफ लखनऊ की रहने वाली एक किशोरी से इंस्टाग्राम और फ्री फायर गेम के जरिए संपर्क में आया था। फोन पर बातचीत के दौरान प्रेम प्रदर्शित करने के बाद बीते 12 मार्च को आरोपित आसिफ किशोरी को लखनऊ से लेकर आजमगढ़ भाग निकला। पहले वह अपने घर गया और सोमवार को उसे मुंबई लेकर जाने की कोशिश करता हुआ पकड़ा गया। प्रयागराज सिविल लाइंस रेलवे स्टेशन के पास लोगों ने दोनों को पकड़ा और पुलिस को सौंप दिया। दो पक्षों का मामला होने की वजह से पुलिस ने आला अधिकारियों को इस मामले की जानकारी देने के साथ ही लखनऊ पुलिस को भी इस प्रकरण से अवगत करा दिया गया है। सरायमीर थाना क्षेत्र के डंडवा मुस्तफाबाद गांव के रहने वाले आसिफ की दोस्ती करीब दो साल पहले लखनऊ की किशोरी से इंस्टाग्राम और फ्री फायर गेम के जरिए हुई थी। पुलिस के अनुसार किशोरी कक्षा सात की छात्रा है। 12 मार्च को स्कूल पहुंचकर उसने परीक्षा दी और पहले से स्कूल के बाहर खड़े आसिफ ने उससे मुलाकात करने के बाद उसको लेकर आजमगढ़ अपने घर भाग निकला। सरायमीर थाना क्षेत्र के डंडवा मुस्तफाबाद गांव निवासी आसिफ बीते 12 मार्च को किशोरी के साथ आसिफ छात्रा को लेकर अपने घर पहुंचा था। इस बात की जानकारी होने के बाद पिता ने आपत्ति की थी। पिता ने जब कहा कि किशोरी को मैं उसके घर पहुंचा दूंगा, तो दूसरे दिन आसिफ यह कहकर निकल गया कि मैं खुद ही उसके घर पहुंचा देता हूं, लेकिन किशोरी को लेकर वह लखनऊ नहीं पहुंचा। 13 मार्च की सुबह लखनऊ पुलिस से बात हुई तो आसिफ ने कहा कि आज ही लखनऊ आ जाएंगे। जब वह लखनऊ नहीं पहुंचा तो सोमवार को सुबह लखनऊ महानगर थाने की पुलिस उसके घर भी आ धमकी, लेकिन दोनों मौके पर नहीं मिले। उसके पिता ने बताया था वह लखनऊ जाने की बात कहकर घर से निकला था। 13 मार्च को किशोरी को लेकर आसिफ आजमगढ़ अपने घर पहुंचा था। पुलिस को भी गुमराह कर वह 14 मार्च सोमवार को किशोरी को लेकर मुंबई के लिए निकल गया। देर रात प्रयागराज में सिविल लाइन साइड रेलवे स्टेशन के बाहर वह पहुंचा था। काफी देर तक दोनों स्टेशन परिसर में टहलते रहे तो लोगों को उनकी गतिविधियों पर संदेह हुआ और पूछताछ की गई तो पता चला कि दोनों अलग धर्म के हैं और नाबालिग छात्रा के होने की वजह से सिविल लाइंस पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस के अनुसार आसिफ मुंबई में रहकर एसी बनाने का काम करता है। लिहाजा वह किशोरी को लखनऊ उसके घर न ले जाकर अपने साथ मुंबई ले जा रहा था। प्रयागराज पुलिस के अनुसार किशोरी के गायब होने का मुकदमा लखनऊ महानगर थाने में दर्ज है। वहां की पुलिस को सूचना देने के साथ ही किशोरी के घर वालों को भी इस बात से अवगत करा दिया गया है।
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