नए विश्वविद्यालय में पहला कुलपति होने के नाते उनकी जिम्मेदारी महत्वपूर्ण रहेगी
आजमगढ़ राज्य विश्वविद्यालय के पहले कुलपति प्रो. प्रदीप कुमार शर्मा बने हैं। वर्तमान में प्रो. शर्मा चौधरी चरण सिंंह विश्वविद्यालय में जेनेटिक्स एंड प्लांट ब्रीडिंग में प्रोफेसर हैं। प्रो. शर्मा के पास 24 साल का शिक्षण कार्य का अनुभव है। वर्ष 1995 से उन्होंने शिक्षण कार्य शुरू किया था। वर्ष 2010 से वह चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय में प्रोफेसर हैं। इसके साथ ही वह विश्वविद्यालय में चीफ वार्डन, विभागाध्यक्ष और कई समितियों के सदस्य और समन्वयक भी रह चुके हैं। कुलपति बनने के बाद प्रो. शर्मा ने कहा कि पहले विश्वविद्यालय में पहला कुलपति होने के नाते उनकी जिम्मेदारी महत्वपूर्ण रहेगी। जिस उद्देश्य के लिए विश्वविद्यालय स्थापित हुआ है, उसमें वह अपना पूरा योगदान करेंगे। जिससे छात्र- छात्राओं को एक बेहतर माहौल मिले, और वह अपने करियर को नया आयाम दे सकें। क्षेत्र की आवश्यकता और सरकार की प्राथमिकताओं का भी पूरा ध्यान रखेंगे। आइए नजर डालते हैं प्रो पीके शर्मा की प्रोफाइल पर
जन्म - 2 4 जुलाई 1967 निवासी -गांव भरना, जिला हापुड़ शिक्षा- प्राथमिक से स्नातक की शिक्षा हापुड़ से की। - चौ. चरण सिंह विवि मेरठ से एमएससी एजी, एमफिल, पीएचडी। - 26 साल का शिक्षण कार्य का अनुभव। - चौ. चरण सिंंह विवि में प्लांट ब्रीडिंग में एचओडी, चीफ वार्डन, मूल्यांकन कार्य में समन्वयक भी रहे। - 84 शोध पत्र राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में प्रकाशित।
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