नेता विधान मण्डल दल बसपा एवं विधायक पद से इस्तीफा दिया
बसपा सुप्रीमो मायावती को लिखा पत्र ,कहा आप या पार्टी पर बोझ बनकर नहीं रहना चाहता
आज़मगढ़: गुरुवार को एक बड़े राजनीतिक घटनाक्रम में बहुजन समाज पार्टी के विधानमण्डल दल के नेता शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली ने खुद की निष्ठा पर सवाल उठने का जिक्र करते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती को पत्र लिखकर विधायक और पार्टी से इस्तीफा दे दिया। शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली मुबारकपुर विधानसभा से बसपा के विधायक है। विधायक शाह आलम के बसपा से इस्तीफा देने का मामला जैसे ही लोगों को पता चला जिले की राजनीतिक हवा गर्म होने के साथ ही साथ विभिन्न प्रकार की चर्चाएं शुरू हो गई हैं। मुबारकपुर विधायक शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली ने मायावती का आभार जताते हुए अपने पत्र में लिखा है कि आपका हमेशा आभारी रहुँगा के आपने मेरे ऊपर विश्वास जताते हुए सन् 2012 एवं 2017 में दो बार मुबारकपुर (आजमगढ़) की सीट से विधायकी एवं एक बार सन् 2014 मे आजमगढ़ सदर लोकसभा सीट से सांसदी का चुनाव लड़ाया इन तीनों चुनावों में मै मुबारकपुर से दो बार जीता परन्तु लोकसभा का चुनाव लगभग 2 लाख 70 हजार वोट पाने के बावजूद भी हार गया। सन् 2012 से लेकर आज तक मै पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ बिना किसी छल कपट के पार्टी और आपका वफादार रहा और समय समय पर आपके द्वारा जो भी जिम्मेदारियां मुझे दी गयी मैने उसे पूरी निष्ठा से शत प्रतिशत निभाने का प्रयास किया। परन्तु मुझे भारी मन से कहना पड़ रहा है कि अभी आपके साथ मेरी दिनांक 21/11/2021 की हुई मीटिंग में मैने यह महसूस किया कि आप मेरी पार्टी के प्रति पूरी निष्ठा एवं इमानदारी के बावजूद भी संतुष्ट नहीं हैं और मीटिंग के दौरान हमारे बीच हुई बातों पर कई दिन विचार करने के बाद अब मैं यही उचित समझता हूँ कि अगर मेरी नेता मुझसे या मेरे कार्यो से संतुष्ट नहीं है या मै आप पर या पार्टी पर महज एक बोझ बना हुआ हूँ तो ऐसी सूरत में मै आप पर या पार्टी पर बोझ बनकर नहीं रहना चाहता। इसलिए मै पार्टी के विधान मण्डल दल के नेता एवं चूंकि बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर चुनकर आया हूँ इसलिए विधायक पद से भी त्यागपत्रं दे रहा हूँ। यहां यह कहना ज़रूरी है कि पार्टी में मेरे इस कार्यकाल के दौरान बहुजन समाज पार्टी के सभी स्तर कार्यकताओं एवं मतदाताओं से मुझे बहुत ही आदर, सम्मान एवं प्यार मिला है जिसका मैं सदैव एहसानमंद रहूँगा और मै विशेषतौर पर आपका भी एहसानमंद रहूँगा कि आपने मुझे अपनी पार्टी में जोड़ा और विधायक बनाकर पार्टी की सेवा के साथ-साथ समाज के गरीब एवं पिछड़े वर्ग के लोगो की सेवा करने का भी मौका दिया। अतः आपसे विनम्र निवेदन है कि मेरे त्याग पत्र को स्वीकार करते हुए अग्रिम कार्यावाही करने का कष्ट करें।
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