मण्डलायुक्त ने फरिहा गांव में निर्माण कार्यों का किया स्थलीय निरीक्षण
आज़मगढ़ 2 जुलाई -- मण्डलायुक्त विजय विश्वास पन्त ने ग्रामीण क्षेत्रों में कराये जाने वाले निर्माण कार्यों की जमीनी हकीकत जानने हेतु शुक्रवार को विकास खण्ड रानी की सराय अन्तर्गत ग्राम पंचायत फरिहां का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान मुख्य मार्ग से गांव तक जाने वाले चकमार्ग पर एवं गांव के अन्दर कराये गये इण्टरलाॅकिंग कार्यों में प्रयुक्त इण्टरलाकिंग ब्रिक्स की गुणवत्ता तथा नवनिर्मित सामुदायिक शौचालय एवं स्नानगृह के निर्माण कार्य प्रथम दृष्टया मानक एवं गुणवत्ता के विपरीत पाये जाने पर उन्होंने सख्त नाराजगी व्यक्त किया। मण्डलायुक्त श्री पन्त ने इन सभी निर्माण कार्यों के समस्त बिन्दुओं की बारीकी से जाॅंच हेतु उप निदेशक पंचायत, लोक निर्माण विभाग एवं ग्रामीण अभियन्त्रण विभाग के अभियन्ता की टीम गठित करते शीघ्र की कार्यवाही शीघ्र पूर्ण करते हुए स्पष्ट संस्तुति के साथ आख्या उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि जाॅंच में जो भी अधिकारी, कर्मचारी दोषी पाये जायेंगे उनके विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी। निरीक्षण के दौरान लोक निर्माण विभाग के जेई उपेन्द्र द्वारा भ्रामक जानकारी देने पर मण्डलायुक्त ने सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए उन्हें फटकार लगाई तथा निर्देश दिया कि जाॅंच की कार्यवाही में इन्हें किसी भी दशा में सम्मिलित नहीं किया जाय। इसके साथ ही उन्होंने जाॅंच टीम को निर्देशित किया कि इन सभी कार्यों की तत्काल वीडियोग्राफी कराकर उपलब्ध कराया जाय। मण्डलायुक्त विजय विश्वास पन्त ने निरीक्षण के समय मुख्य सड़क से गाॅंव तक जाने वाले चकमार्ग पर प्रयुक्त तथा गांव के अन्दर प्रयुक्त इण्टरलाॅंकिंग ब्रिक्स को खोद कर निकलवाया तो पाया कि पूर्व में लगे खड़न्जे के ऊपर ही सोलिंग कर इण्टरलाकिंग का कार्य कराया गया है, जबकि इण्टरलाकिंग के नीचे सीमेन्ट, बालू एवं गिट्टी निर्धारित अनुपात में प्रयुक्त होना चाहिए था। मण्डलायुक्त श्री पन्त ने दोनों स्थानों पर इण्टरलाकिंग निर्माण में प्रयुक्त इण्टरलाकिंग ब्रिक्स की क्वालिटी अधोमानक प्रतीत होने पर उसके कम्प्रेसिव स्ट्रेन्थ के परीक्षण हेतु लोक निर्माण विभाग की प्रयोगशाला मंे भेज दिया। इसी प्रकार गांव में नवनिर्मित सामुदायिक शौचालय एवं स्नानगृह के निरीक्षण में विदित हुआ कि शौचालय एवं स्नानगृह के लिए समरसीबुल बोरिंग तो कराई गयी है परन्तु पाइप फिटिंग का कार्य नहीं कराया गया। शौचालय अभी तक सक्रिय भी नहीं किया गया, जबकि उसो फर्श जगह-जगह से फट कर धंस गया है। इसके अलावा उसमें प्रयुक्त सामग्री की गुणवत्ता भी मानक के विपरीत पाई गयी। मण्डलायुक्त ने निर्माण कार्य में बरती गयी घोर अनियमितता पर सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए जाॅंच टीम को निर्देशित किया इन सभी निर्माण कार्यों विधिवत जाॅंच कर सम्बन्धित दोषी अधिकारी एवं कर्मचारी का उत्तरदायित्व निर्धारित कर शीघ्र आख्या उपलब्ध कराई जाय। इस अवसर पर उप निदेशक पंचायत राम जियावन, जिला पंचायत राज अधिकारी लालजी दूबे, लोक निर्माण विभाग एवं ग्रामीण अभियन्त्रण विभाग के अभियन्ता एवं ग्राम प्रधान अबू बकर आदि उपस्थित थे।
Blogger Comment
Facebook Comment