बसपा के कद्दावर नेता ने सक्रिय राजनीति से अलग होने की घोषणा कर दी
पुत्र के सपा में जाने का समर्थन कर पत्र लिख सपा मुखिया अखिलेश यादव की प्रशंसा भी की
आज़मगढ़: उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव से पहले बहुजन समाज पार्टी को लगातार झटका लगता जा रहा है। पूर्वी उत्तर प्रदेश में अम्बेडकरनगर तथा आजमगढ़ को बसपा का गढ़ माना जाता है। इन्हीं दो जगह से बसपा को बड़ा झटका लग रहा है। अम्बेडकरनगर से लालजी वर्मा तथा रामअचल राजभर के पार्टी को छोडऩे के एलान के बाद अब आजमगढ़ में पार्टी के कद्दावर नेता तथा विधायक सुखदेव राजभर ने सक्रिय राजनीति से अलग होने की घोषणा कर दी है। इसके साथ ही समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की काफी प्रशंसा भी की है। आजमगढ़ के दीदारगंज से बहुजन समाज पार्टी के विधायक पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सुखदेव राजभर ने बहुजन समाज पार्टी के खेमे में बड़ी हलचल पैदा कर दी है। राजभर का एक पत्र इंटरनेट मीडिया पर वायरल है, जिसमें उन्होंने सक्रिय राजनीति से अलग होने का एलान किया है। बसपा नेता पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सुखदेव राजभर ने राजनीति से सन्यास का ऐलान कर दिया है। उन्होंने इसके साथ ही बसपा को मिशन से भटकी हुई पार्टी भी बताया है। राजभर ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अखिलेश यादव की जमकर तारीफ की है। उन्होंने अपने बेटे कमलकांत राजभर के समाजवादी पार्टी में जाने के फैसले को सही बताया है। सुखदेव राजभर के इस कदम से बसपा को आजमगढ़ में झटका लगा है। सुखदेव राजभर ने शनिवार को सपा के सुप्रीमो अखिलेश यादव को भावुक पत्र लिखा है। इसकी कॉपी बसपा अध्यक्ष मायावती को भी है। राजभर ने पत्र में लिखा है कि बीमार हूं। इसी कारण अब सक्रिय राजनीति से अलग हो रहा हूं। अखिलेश यादव को संबोधित पत्र में उन्होंने लिखा है कि बेटे कमलाकांत राजभर को आपको सौंप रहा हूं। इस भावुक पत्र में उन्होंने अखिलेश यादव की सराहना की है। उन्होंने लिखा है कि आप पिछड़ों तथा दलितों की लड़ाई आगे बढ़ाएं। उन्होंने अखिलेश यादव के हर कदम का समर्थन किया है।
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