ग्रामीणों में आक्रोश, लतहबरपुर-किशुनदासपुर मार्ग जाम,भारी फोर्स तैनात
नौ दिन पहले सिधारी क्षेत्र के चकविलिंदा में हुई थी हमले की घटना
आजमगढ़: सिधारी थाना क्षेत्र के चकविलिंदा में हाईवे पर नौ दिन पहले हमले में घायल प्रधानपति के बड़े भाई की बुधवार की सुबह वाराणसी के एक अस्पताल में मौत हो गई।वहां से शव घर पहुंचने पर लोगों का आक्रोश फूटा तो तहबरपुर-भंवरनाथ मार्ग ग्रामीणों ने जाम कर दिया। उनका आरोप था कि कंधरा पुलिस ने एफआइआर के बाद भी कार्रवाई नहीं की थी। किशुनदासपुर निवासी मृतक राजेश सरोज की पत्नी अंजली ने घटना की सूचना पुलिस को दी थी। अंजली ने पुलिस को बताया था कि 21 मई को कोटेदार द्वारा राशन का कम वितरण करने की सूचना पर ग्राम प्रधान व देवरानी रजनी सरोज अपने पति विरेंद्र पासवान के साथ कोटेदार के घर गईं, जहां कोटेदार ने गाली-गलौच की और विरेंद्र को मारा-पीटा था। इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद कोटेदार द्वारा सुलह के लिए दबाव डाला जा रहा था। इंकार करने पर सुनियोजित तरीके से 29 जून की शाम घर से दूर सिधारी थाने के चकविलिन्दा स्थित हाईवे पर मेरे पति राजेश के ऊपर हमला कर दिया गया। पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। खबर लिखे जाने तक आक्रोशित ग्रामीणों के बीच सपा नेता दुर्गा प्रसाद यादव भी पंहुच गए थे।
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