पीड़ित ने एसपी से लगाई न्याय की गुहार -बीडीसी सदस्य का आरोप, दारोगा ने फोन पर धमकाया
आजमगढ़: इंटरनेट मीडिया में वायरल हो रहे आडियो ने पुलिस की साख पर एक बार फिर बट्टा लगा दिया है। मामला निजामाबाद थाना क्षेत्र के त्रिमुहानी गांव से जुड़ा है। एक बीडीसी सदस्य ने आरोप लगाया कि उसके पड़ोसी के कहने पर एक पुलिसकर्मी ने खुद को दारोगा बताकर फोन कर धमकाया। साथ ही फर्जी मुकदमे में फंसाकर घर गिराने की धमकी दी है। कहा कि ज्यादा उछले तो लगा देंगे गैंगेस्टर और गिरा देंगे घर। पुलिस व बीडीसी के बीच बातचीत का आडियो वायरल हो रहा है। पीड़ित ने भी सोमवार को एसपी से मिलकर न्याय की गुहार लगाई है। शिकायती पत्र में उसने कई तरह के आरोप लगाए हैं। आरोप है कि 23 जुलाई को पड़ोसी ने उससे रंगदारी मांगी और न देने पर उसकी शह पर निजामाबाद थाने की पुलिस ने फोन किया, जिसमें उसने कहा कि मुलायम नहीं योगी बाबा की सरकार है। इसमें घर गिराना आसान है। ज्यादा उछलोगे तो फर्जी मुकदमा में फंसा देंगे। फिर गैंगस्टर भी लगा देंगे। दुर्गा-रमाकांत कुछ नहीं कर पाएंगे। आरोप है कि मोबाइल पर फोन करने के बाद देर रात करीब 12 बजे पुलिसकर्मी अपने कुछ अन्य साथियों के साथ गांव में पहुंच गया और पड़ोसी की मदद से उसके घर पर चढ़ गया। जबरन दरवाजा तोड़कर सभी घर के अंदर घुस गए और लूटपाट की। आरोप है कि इस दौरान महिलाओं ने विरोध किया तो उनके साथ छेड़खानी की। फिर बीडीसी सदस्य को पकड़कर थाने लाकर लाकअप में बैठा दिया गया। एक दिन थाने पर बैठाए रखने के बाद बीडीसी श्रवण यादव को पुलिस ने छोड़ दिया। सोमवार को श्रवण परिजनों के साथ एसपी कार्यालय पहुंचे और शिकायती पत्रक देकर न्याय की गुहार लगाई। पीड़ित का कहना था कि पड़ोसी रंगदारी मांग रहे थे और वह नहीं दे रहे थे, जिस पर पुलिस की मदद से उसके घर में लूटपाट व महिलाओं संग छेड़खानी की गई। निजामाबाद थाने के प्रभारी निरीक्षक शिवशंकर सिंह ने बताया कि 23 जुलाई को बीडीसी का पड़ोसी से विवाद हुआ था। शिकायत मिलने पर पुलिस मौके पर गई थी। जहां तक आडियो वायरल होने की बात है तो उसकी जानकारी नहीं है, क्योंकि मैं छुट्टी पर था। पुलिस अधीक्षक से शिकायत होने की हमें जानकारी नहीं है। घटना वाले दिन ही थाने पर समझौता करा दिया गया था।
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