तीन साल के लिए प्राइवेट कंपनी को सौंपी गई व्यवस्था
नई व्यवस्था में आजमगढ़, मऊ, बलिया व गाजीपुर भी शामिल
आजमगढ़ : आर्दश रेलवे स्टेशन आजमगढ़ पर ट्रेन कितनी लेट है, कब आएगी और किस प्लेटफार्म पर आएगी। इस तरह की जानकारियां अब रेल कर्मचारियों के बजाए निजी एजेंसी के कर्मचारी आपको देंगे। केंद्र पर चार व्यक्तियों की नियुक्ति की गई है। इनका ड्रेस कोड क्रीम कलर की पैंट व स्काई ब्लू की शर्ट (ड्रेस) रखा गया है। यह व्यवस्था पूर्वोत्तर मंडल के 14 स्टेशनों पर लागू कर दी गई है। नई व्यवस्था में आजमगढ़, मऊ, बलिया व गाजीपुर भी शामिल हैं। नई व्यवस्था को रेलवे के धीरे-धीरे निजीकरण की ओर बढ़ने के क्रम में देखा जा रहा है। आजमगढ़ रेलवे स्टेशन का पूछताछ केंद्र पर चार कर्मचारियों को नियुक्त किया गया है। इन कर्मचारियों को आठ- आठ घंटे की ड्यूटी लगाई जा रही है, जिससे यात्रियों को 24 घंटे पूछताछ सुविधा का लाभ मिल सके। बहरहाल रेलवे के निर्णय का असर चाहे जो भी हो इस फैसले से यात्रियों को काफी सहूलियत मिलेगी। यात्री फोन पर वेटिग न करते हुए सीधे जानकारी पूछताछ केंद्र से ले सकेंगे। रेलवे में कर्मचारियों की कमी कहें या यात्रियों के लिए बेहतर सुविधा। पूछताछ केंद्र चलाने के लिए पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन प्राइवेट एजेंसियों को तीन साल का ठेका दिया है। 1096 दिनों की अवधि के बाद रेल प्रशासन उनकी सेवा लेने पर विचार करेगा। पीआरओ, पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी अशोक कुमार ने बताया कि पूर्वोत्तर रेलवे के 14 स्टेशनों के पूछताछ केंदों को एक संस्था को दिया गया है। यह संस्था इन स्टेशनों के पूछताछ केंद्रों पर अपने व्यक्तियों से संचालन करा रही हैं।
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