बदलते समय की जरूरत है नई शिक्षा नीति- स्वागता चक्रवर्ती
आज़मगढ़: जहानागंज क्षेत्र के धनहुआ स्थित एस. के. डी. विद्या मंदिर में रविवार को व्यक्तित्व विकास, बाल मनोविज्ञान एंव कक्षा प्रबंधन तथा नई शिक्षा निति पर एक कार्यक्रम का आयोजन हुआ। जिसमे उपास्थित शिक्षक तथा अन्य लोग बच्चों के विभिन्न मनोवैज्ञानिक पहलू, उनके सीखने के तरीके तथा नई शिक्षा नीति की विशेषताओं से अवगत हुए। देश की जानी मानी प्रशिक्षिका स्वागता चक्रवर्ती ने कहा कि आज के दौर में बच्चों की मानसिकता को समझाना ही सबसे जरुरी है। तभी हम उन्हें शिक्षा की मुख्य धारा जोड़ सकते हैं। आज सिखने - सिखाने का तरीका काफी बदल चुका है । प्रत्येक शिक्षक को नई चुनौतिओं के अनुसार अपने को बदलना होगा।प्रतिदिन आ रही नई नई तकनीकों को अंगीकार करते हुए ही हम भावी पीढ़ी को उस तरीके से शिक्षित कर सकते हैं जो एक स्वस्थ् समाज के लिए जरुरी है। नई शिक्षा नीति 2020 की विशेषताओं को बताते हुए उन्होंने कहा कि अब सभी लोग यह महसूस करने लगे थे कि देश कि शिक्षा नीति में काफी बदलाव करने की जरुरत है क्योंकि चीजे पहले से काफी बदल गयी हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए नई शिक्षा नीति बनाई गयी है जो काफी रोचक होगी और बच्चों को करके सिखाने का अवसर भी मिलेगा। प्रधानाचार्य के के सरन और रामजीत चौहान ने भी अपने विचारों को रखा। कार्यक्रम में श्रीकांत सिंह, सौरभ, संजय , संतोष , आशुतोष , रंजना, श्वेता, प्रियंका अदि लोग उपस्थित रहे ।
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