शहरनामा सीरीज से आजमगढ़ के इतिहास की पुनर्प्रस्तुति होगी- आईपीएस प्रताप गोपेंद्र यादव
वर्तमान तभी बेहतर बनेगा जब जिले का युवा अपने समय के इतिहास को पुनः प्रस्तुत करेगा- डीएम
आजमगढ़: शहर के शिब्ली इंटर कालेज और शिब्ली डिग्री कालेज में चल रहे 21वें आजमगढ़ पुस्तक मेले के दौरान डिग्री कालेज के सभागार में आयोजित विमर्श में साहित्कारों, अधिकारियों और इंटर कालेज में पुस्तक मेला में छात्र-छात्राएं उमड़ पड़े। कार्यक्रम के प्रथम सत्र में जिलाधिकारी राजेश कुमार, पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से जनपद निवासी आईपीएस प्रताप गोपेंद्र की लिखित पुस्तक का विमोचन किया।पुस्तक के लेखक प्रताप गोपेंद्र यादव ने कहा कि अब इतिहास लेखन की श्रृंखला आरंभ होगी और शहरनामा सीरीज से आजमगढ़ केइतिहास की पुनर्प्रस्तुति होगी। जिलाधिकारी ने कहा कि आजमगढ़ का इतिहास गौरवशाली है ,लेकिन वर्तमान तभी बेहतर बनेगा जब जिले का युवा अपने समय के इतिहास को पुनः प्रस्तुत करेगा । डीएम ने कहा कि आजमगढ़ का इतिहास गौरवशाली है लेकिन वर्तमान तभी बेहतरबनेगा जब जिले का युवा अपने समय की कालजयी रचनाओं को पढ़ेगा। उन्होंने कहा कि इतिहास राजा-महाराजा की गाथा नहीं ,बल्कि जनता का दुख-दर्द होता है। आईपीएस प्रताप गोपेंद्र की पुलिस सर्विस में रहते हुए यह रचनायात्रा आजमगढ़ के विरासत को आगे बढ़ाने की यात्रा है। एसपी ने कहा कि समाज से ही पुलिस आती है। जब समाज रचनात्मक होगातब पुलिस भी रचनात्मक होगी। अब हमें नागरिक मित्र पुलिस के लिए ऐसे साहित्य उत्सव का निरंतर आयोजन करना होगा। द्वितीय सत्र में मुख्य अथिति डीआइजी सुभाष चंद्र दुबे ने कहा कि साहित्य मनुष्य के मस्तिष्क में विवेक निर्मित करता है। इतिहास विभाग के अध्यक्ष डा. अलाउद्दीन, मुस्लिम एजुकेशन सोसायटी के कार्यकारणी सदस्य मो. नोमान (सीए), शिब्ली इंटर कालेज केप्रधानाचार्य निशार अहमद, डीआइओएस डा. वी के शर्मा, बीएसए अंबरीष कुमार, डा. शफी उज्जमान, हरीशंकर राही, साहित्यकार जगदीश चंद्र बरनवाल कुंद ने भी विचार व्यक्त किए। आज मेले के संयोजक विकल्प रंजन ने कैफी आजमी और निराला की कविताओं की संगीतात्मक प्रस्तुति दी। संचालन संस्कृतिकर्मी राजीव रंजन ने किया। राजकीय जिला पुस्तकालाध्यक्ष बलदेव सिंह, अजीत सिंह, डा. कन्हैया लाल यादव, डा. रविंद्र नाथ राय सहित शिक्षक व विद्यार्थी उपस्थित थे।
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