एसडीएम, इंस्पेक्टर ने मौके पर पहुंचकर मामले को शांत कराते हुए जमीन को खाली कराया
सरायमीर (आजमगढ़): निजामाबाद तहसील के खरेवां गांव में शनिवार को भूमि कब्जा कराने पहुंचे तहसीलदार निजामाबाद सर्वेश कुमार गौर व राजस्व टीम को वनवासियों ने ईंट-पत्थर लेकर खदेड़ दिया। वनवासियों ने कहा कि हम यहां पूर्वजों के समय से निवास कर रहे हैं जबकि राजस्व टीम का कहना है कि यह जमीन दूसरे लोगों को बहुत पहले पट्टा हो चुकी है लेकिन उसे कब्जा लेने नहीं दिया जा रहा है। सरकारी रिकार्ड के अनुसार शाहपुर रोड स्थित खरेवां गांव के वनवासी बस्ती के लोगों द्वारा पांच लोगों की जमीन अवैध रूप से ईंट, छप्पर रखकर कब्जा की गई है। तीन माह पूर्व भी तहसीलदार ने मौके पर पहुंचकर कब्जा हटवाया था लेकिन उसके बाद वनवासियों ने उस जमीन पर कब्जा कर लिया। शनिवार को तहसीलदार सर्वेश कुमार गौर क्षेत्रीय लेखपाल राहुल सिंह, सुनील प्रजापति, सब इंस्पेक्टर शमशेर सिंह यादव व महिला पुलिस के साथ अवैध कब्जा हटाने पहुंचे थे। कब्जे को हटवा दिया गया लेकिन जब जेसीबी बुलाकर खोदाई कराने की बात आई तो वनवासी भड़क गए और ईंट-पत्थर फेंकने लगे। इसकी सूचना उप जिलाधिकारी को दी गई तो उपजिलाधिकारी, इंस्पेक्टर अनिल कुमार सिंह ने मौके पर पहुंचकर मामले को शांत कराते हुए जमीन को खाली कराया। इस संबंध में तहसीलदार सर्वेश कुमार गौर ने बताया कि यह जमीन 1976 में पांच लोगों के नाम से आवंटित की गई थी लेकिन वहां बसे वनवासी कब्जा नहीं लेने दे रहे थे। ऐसे में प्रशासन को कब्जा कराना पड़ा। उन्होंने यह भी बताया कि बहुत पहले एक अभियान चला था कि जो लोग नसबंदी कराएंगे उनको जमीन आवंटित की जाएगी। उसी अभियान के तहत यह जमीन आवंटित की गई थी। इंस्पेक्टर अनिल कुमार सिंह ने बताया कि वनवासी बस्ती में एक नाली को लेकर वनवासी आक्रोशित हो गए थे जिसको मौके पर पहुंचकर पास करा दिया गया है। उन्हें बता दिया गया है कि यह नाली लेखपाल द्वारा पक्की कराई जाएगी।
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