निगम का विखंडन करने की सरकार की मंशा को कभी कामयाब नही होने दिया जायेगा- संदीप प्रजापत, अध्यक्ष, अभियंता संघ
आजमगढ : निजीकरण के विरोध में लगभग एक माह से चल रहा विद्युत कर्मियों का आंदोलन अब नया रूप लेगा। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने बैठक कर आंदोलन को और तेज करने का फैसला लिया गया। कर्मचारियों ने कहा कि चलाए जा रहे आंदोलन पर सरकार के रवैए से विद्युतकर्मी काफी नाराज हैं। उन्होंने कहा कि अब पांच अक्टूबर से कार्य का बहिष्कार कर विरोध प्रदर्शन करेंगे। इसके बाद भी सरकार नहीं चेती तो सभी कर्मचारी जेल भरो आंदोलन करने को बाध्य होंगे। इसमें विजय यादव, राजेश सिंह, काशीनाथ, अखिलेश आदि रहे। वहीं सिधारी स्थित हाईडिल कालोनी में पूर्वोचल विद्युत वितरण निगम के आह्वान पर चल रहे निजीकरण के विरोध में अनिश्चित कालीन ध्यानार्षण कार्यक्रम के तहत लगातार 30 वें दिन कर्मियों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया। जूनियर इंजीनियर संगठन के निखिल शेखर सिंह ने कहा कि जब तक निजीकरण का प्रस्ताव सरकार द्वारा वापस नही लिया जाता है,तब तक हम सभी एकजुटता से अंतिम संघर्ष के लिए तैयार रहेंगे और अंतिम सांस तक लड़ते रहेंगे। अभियंता संघ के जिलाध्यक्ष इंजीनियर संदीप प्रजापति ने कहा कि पूर्वान्चल विद्युत वितरण निगम का विखंडन करने की सरकार की मंशा को कभी कामयाब नही होने दिया जायेगा। इसलिए चाहे जितनी भी लडाई लडनी पडे़। संगठन के सदस्य लड़ने को तैयार है। उन्होने ने केन्द्र सरकार की नीतियों विरोध करते हुए कहा कि इस नीति को तत्काल बंद किया जाय। विरोध सभा में चंदन यादव,जयशंकर वर्मा,जयप्रकाश यादव, आशुतोष यादव,बेदप्रकाश यादव,चन्द्रप्रकाश यादव,अशोक मौर्या,काशीनाथ गुप्ता,राजनारायण सिंहअखिल पांडेय,मिथिलेश यादव, ज्योति उपाध्याय आदि लोगो ंने अपना विचार व्यक्त किया।
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