कारोनो से बचाव व संक्रमण में आइवरमैक्टिन दवा बेहतर काम कर रही है- डीएम
अब महज जिले भर में 201 कंटेनमेंट जोन ही बाकी रह गए हैं
आज़मगढ़: जिलाधिकारी राजेश कुमार का कहना है कि आजमगढ की सेहत में लगातार सुधार हो रहा है। पिछले महीने की प्रदेश की हेल्थ रैंकिंग में 72 वीं पायदान से बेहतर करते हुए हम इस महीने 26 वें स्थान पर आ गए है। इस दौरान जिले के स्वास्थ्य महकमें ने काफी बेहतर काम किया है।गुरुवार को कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित प्रेसवार्ता में उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन की लगातार मानीटिरंग व कांटैक्ट ट्रेसिंग से कोरोना के संक्रमण को बढने से रोकने में सफलता मिली है। कहा कि सितंबर तक आजमगढ में एक लाख 36 सैंपल की जांच की गई। जिसके हिसाब से 3 दशमलव 3 प्रतिशत लोग संक्रमित पाए गए। वहीं मृत्यु दर पहले के एक दशमलव चार से घटकर एक दशमलव एक ही रह गई है। सेंट्रल कमांड यूनिट की मदद से पाजिटिव मरीजों के संपर्क को भी काफी कायदे से ट्रैक कर उनकी जांच कराई गई। निगरानी समित ने लगातार पाजिटिव मरीजों पर नजर रखी रोजाना दोबार बात की गई। टीम 11 की मदद से कंटेनमेंट जोन की मानीटरिंग की गई। इसके अलावा बड़े समूहों की जांच भी कराई गई। बताया कि अब तक जिले में 15 सौ कंटेनमेंट जोन बनाए जा चुके हैं। इनमें से 366 नगर व 1179 ग्रामीण क्षेत्र में रहे। मरीजों के ठीक हो जाने व नए केस न मिलने से अब महज जिले भर में 201 कंटेनमेंट जोन ही बाकी रह गए हैं, जिनमें से नगर में केवल 35 जोन ही बाकी रह गए हैं। जल्द होगी बलिया व मऊ के मरीजों की भी जांच डीएम ने बताया कि राजकीय मेडिकल कालेज में लगाई गई आरटीपीसीआर मशीन से जिले के मरीजों की जांच हो रही है। अब हमें कोरोना संक्रमितों की रिपोर्ट 24 घंटे में मिल जा रही है। उन्होंने बताया कि इस मशीन को अपग्रेड करने के लिए कुछ और मशीनें लगाने की जरूरत है। हम इस दिशा में काम कर रहे हैं। यह मशीन अपग्रेड होने के बाद हम पडोस के जिलों मऊ व बलिया के मरीजों की भी यहां जांच कर पाएंगे। आइवरमैक्टिन दवा का अच्छा परिणाम कारोनो से बचाव व संक्रमण में आइवरमैक्टिन दवा बेहतर काम कर रही है। कम से कम जिला प्रशासन के डाटा बेस से ये बात तो कही ही जा सकती है। डीएम राजेश कुमार ने बताया कि इस दवा के 12 एमजी की हफ्ते में एक डोज व लगातार हफ्तों में दो डोज लेने वाले लोगों को बेहतर परिणाम मिले हैं। उन्होंने कहा कि अपने फ्रंट लाइन कर्मचारियों को यह दवा दी गई। अब तक 23 हजार लोगों को यह दवा दी गई जिसमें से 16 हजार का टेस्ट किया गया जिसमें से महज 60 लोग ही पाजिटिव मिले हैं। बाकी के लागों का भी टेस्ट किया जा रहा है।
Blogger Comment
Facebook Comment