शहर में पुलिस ने रूट मार्च कर लोगों में सुरक्षा व्यवस्था का भरोसा दिया
आजमगढ़ : अयोध्या के विवादित ढांचा विध्वंस मामले में सीबीआइ की विशेष अदालत से आने वाले फैसले के दृष्टिगत बुधवार को जिले में सुबह से ही पुलिस अलर्ट रही। संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई थी। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस ने रूट मार्च किया। जिले की संवेदनशीलता को देखते हुए एसपी सुधीर कुमार सिंह एक दिन पूर्व से ही सुरक्षा व्यवस्था को लेकर रणनीति तैयार करने में लगे हुए थे। थाने व चौकी के पुलिस कर्मियों के अलावा अतिरिक्त फोर्स तैनात कर दिये गए थे। फैसला आने के पूर्व संध्या से ही जिले में पुलिस अलर्ट हो गई थी। चप्पे-चप्पे पर बुधवार को सुबह से ही पुलिस गश्त करती हुए नजर आ रही थी। संवेदनशील क्षेत्रों में पुलिस के साथ पीएसी के जवान तैनात रहे। सीओ सिटी राजेश तिवारी के नेतृत्व में शहर में पुलिस ने रूट मार्च किया। कोतवाली से निकला रूट मार्च शहर के मातवरगंज, चौक, पुरानी कोतवाली, तकिया, पहाड़पुर, हर्रा की चुंगी, रशाद नगर, कोट, दलालघाट, एलवल, डीएवी, शारदा चौराहा, गिरजाघर, सिविल लाइन, कलेक्ट्रेट, नगर पालिका होते हुए शहर के विभिन्न मोहल्लों में भ्रमण कर लोगों को सुरक्षा का एहसास दिलाया। रूट मार्च में शहर कोतवाल केके गुप्त के अलावा सभी चौकी प्रभारी भी शामिल रहे। मुबाकरपुर कस्बा में इंस्पेक्टर अखिलेश मिश्र के नेतृत्व में रूट मार्च किया। मेंहनगर में एसडीएम प्रियंका प्रियदर्शनी के नेतृत्व में फोर्स ने पूरे कस्बा में भ्रमण कर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। दीदारगंज, पल्थी चौक, हुब्बीगंज, फुलेश, कुशलगांव, पुष्पनगर, चितारा महमूदपुर आदि क्षेत्रों में भी पुलिस सुबह से ही चक्रमण कर रही थी। फूलपुर सीओ नरेंद्र कुमार के नेतृत्व में पुलिस व पीएसी के जवानों ने क्षेत्र में रूट मार्च किया। सुरक्षा के तहत फूलपुर कस्बा, माहुल मोड़, पुरानी टाकीज, शंकर तिराहा, बस स्टाप, मुड़ियार, समेत सभी क्षेत्रों में पुलिस तैनात रही। अहरौला थानाध्यक्ष ब्रह्मदीन पांडेय, माहुल चौकी प्रभारी शैलेश कुमार यादव ने भी पीएसी व पुलिस के साथ क्षेत्र में भ्रमण कर स्थिति पर नजर रखे हुए थे।
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