राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देश पर 22 अगस्त को पूर्व सांसद बलिहारी बाबू के नेतृत्व में बांसगांव जाएगा प्रतिनिधिमण्डल - हवलदार यादव
आजमगढ़ : तरवां में अनुसूचित जाति के प्रधान की हत्या पर जमकर राजनीति होने लगी है गुरुवार को जहां कांग्रेसियों ने मृतक प्रधान के घर पँहुचने की जिद पकड़ी थी वही अब समाजवादी पार्टी भी इस मामले में कूदने का एलान कर दी है । सपा के निवर्तमान जिलाध्यक्ष हवलदार यादव ने प्रदेश सरकार की तमाम मुद्दों पर निंदा करने के साथ ही कहा की दिनांक 22.08.2020 को राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देश पर पूर्व सांसद बलिहारी बाबू के नेतृत्व में स0पा0 के वरिष्ठ नेता मिठाईलाल भारती, विधायक कल्पनाथ पासवान, पूर्व मंत्री राजेन्द्र कुमार, पूर्व सांसद दरोगा प्रसाद सरोज, पूर्व विधायक रामजग, पूर्व विधायक बेचई सरोज, पूर्व विधायक बृजलाल सोनकर, हरिनाथ राम, अशोक गौतम व पार्टी के विधायक व अन्य नेतागण परिवारजनों से मिलकर न्याय दिलाने हेतु प्रयास करने का आश्वासन देंगे तथा पूरी रिपोर्ट राष्ट्रीय अध्यक्ष को प्रेषित करेंगे। उन्होंनेे कहा कि योगी की सरकार कोरोना महामारी को अवसर में बदलकर गरीबों, दलितों, पिछड़ों व अल्पसंख्यकों को सामन्ती व्यवस्था की तरह शोषण, उत्पीड़न, अत्याचार, दमन कर रही है। हत्या, सामूहिक बलात्कार, लूट की घटनाएं बढ़ती जा रही है। ग्राम-बाॅसगाॅव, थाना तरवां के प्रधान सत्यमेव जयते उर्फ पप्पू की नृशंस हत्या उसके बाद पुलिस की गाड़ी से 15 वर्ष के नौजवान सूरज की दबकर मौत व बीबीपुर में स0पा0नेता आमिर अहमद पर जानलेवा हमला ने जनपद की जर्जर कानून व्यवस्था की पोल खोल दिया। आयेदिन ग्राहक सेवा केन्द्रों के संचालकों की लूट व हत्या से जनपद थर्रा गया है। थानों पर पीड़ित पक्ष की रिपोर्ट नहीं लिखी जा रही है, बल्कि उनके विरूद्ध भाजपा नेताओं व पुलिस के गठजोड़ से उल्टे 307, 308 भा0द0वि0 की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया जा रहा है। अगर इसमें बदलाव नहीं हुआ तो समाजवादी पार्टी जुल्म व अत्याचार के खिलाफ थानों पर प्रदर्शन कर जनता को लामबन्द कर उसका जवाब देगी। कल दिनांक 20.08.2020 को बाॅसगाॅव में शोक संवेदना में इकट्ठा लोगों पर पुलिस का बल प्रयोग करना व चार पहिया वाहनों, मोटर सायकिलों व सायकिलों को लादकर उठा ले आना इस बात का प्रमाण है कि सरकार विरोधी स्वर को पुलिस के बल पर दबाना चाहती है जिसका परिणाम उसे भुगतना पड़ेगा। कोरोना महामारी में जो मरीज शुगर, हर्ट, लीवर, किडनी व कैंसर के हैं, उनको अस्पतालों में डाल दिया जा रहा है। बिमारी से सम्बन्धित कोई दवा न होने के कारण उनकी मृत्यु हो जा रही है। लगता है सरकार केवल गिनती करना चाहती है। देवारांचल इलाके में बाढ़ की भयावहता है। जिससे किसानों की फसलें नष्ट हो गयी, लोगों के मकान गिर गये, गाॅव कटकर नदी में विलिन हो गये, लेकिन सरकार बाढ़ग्रस्त नहीं घोषित कर रही है। इसको लेकर समाजवादी पार्टी आन्दोलन करेगी।
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