जहां पहले पानी आने की सम्भावना है, वहाॅ से ग्रामीणों को निकालने के लिए नाव की व्यवस्था पहले से ही कर लें - डीएम
आजमगढ़ 29 जुलाई-- घाघरा नदी में बढ़ रहे जल स्तर के दृष्टिगत जिलाधिकारी राजेश कुमार की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में बाढ़ की तैयारियों के सम्बन्ध में बैठक सम्पन्न हुई। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने एसडीएम सगड़ी को निर्देशित करते हुए कहा कि बाढ़ प्रभावित ग्रामों में लेखपालों को भेजकर ग्रामवार परिवारों की मैपिंग करा लें। इसी के साथ ही यह भी सुनिश्चित करें कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के किन-किन ग्रामों में बड़ी व छोटी नाव कितनी संख्या में लगायी जायेगी, इसकी भी कार्ययोजना तैयार कर लें और प्राइवेट नाव वालों से भी बात कर लें। इसी के साथ ही यह भी ध्यान रखें कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के जिन ग्रामों में सबसे पहले पानी आने की सम्भावना है, वहाॅ से ग्रामीणों को निकालने के लिए नाव की व्यवस्था पहले से ही कर लें। इसी के साथ ही जिलाधिकारी ने जिला पूर्ति अधिकारी को निर्देश दिये कि बाढ़ के कारण जो भी परिवार बंधों पर तथा आश्रय स्थलों पर विस्थापित होंगे उनके लिए खाद्यान्न का पैकेट एवं लंच की व्यवस्था हेतु कार्ययोजना पहले से ही तैयार कर लें। उन्होने यह भी निर्देश दिये कि किन-किन स्थानों पर पका हुआ भोजन विस्थापित हुए परिवारों को दिया जायेगा एवं पका हुआ भोजन किन-किन स्थानों पर बनाया जाना है, उसका पहले से ही चिन्हांकन कर लें। इसी के साथ ही साथ किरासन तेल की व्यवस्था कर लें। इसी के साथ ही जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग के नोडल अधिकारी को निर्देश दिये कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के प्रत्येक ग्रामों में अभियान चलाकर ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कराना सुनिश्चित करें। इसी के साथ-साथ ग्रामवार कितने मजरों में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया जा रहा है, उसकी रिपोर्ट प्रतिदिन उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने सीएमओ को निर्देश दिये कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के प्रत्येक ग्रामों के प्रत्येक परिवारों में क्लोरिन की दवा तत्काल वितरित करायें। उन्होने यह भी निर्देश दिये कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के अन्तर्गत जो भी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र हैं, उन सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर एण्टी वेनम प्रत्येक दशा में उपलब्ध होना चाहिए। जिलाधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देश दिये कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के ग्रामों से जो परिवार विस्थापित होकर आयेंगे उनके साथ पशु भी आयेंगे, उनके पशुओं के रूकने के लिए स्थान व उनके खाने के लिए भूसे की व्यवस्था पहले से ही कराना सुनिश्चित करें। इसी के साथ ही जिलाधिकारी ने विद्युत विभाग के संबंधित अधिकारी को निर्देश दिये कि बंधे पर जो परिवार रूकते हैं, वहाॅ पर रात में अंधेरा रहता है, इसके लिए बाढ़ खण्ड के एक्सीयन के समन्वय बनाकर उन स्थानों को चिन्हित करें, जिन-जिन स्थानों पर बिजली की व्यवस्था की जा सकती है, इसकी सूची उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। इसी के साथ ही जिलाधिकारी ने डीपीआरओ को निर्देश दिये कि बाढ़ चैकियों एवं आश्रय स्थलों पर स्थापित शौचालयों एवं हैण्डपम्पों को सक्रिय करा दें। जिलाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 को निर्देश दिये कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बनायी गयी चैकियाॅ पर जिन अधिकारियों/कर्मचारियों की ड्यूटी लगायी गयी है, वे वहाॅ पर तैनात रहें, जो अधिकारी/कर्मचारी अपनी ड्यूटी पर तैनात नही है तो उसके विरूद्ध कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। इसी के साथ ही जिलाधिकारी ने समस्त संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि जो विस्थापित परिवार आयेंगे, उनके रहने के लिए जगह एवं खाने की पर्याप्त व्यवस्था कर लें, किसी भी प्रकार की शिकायत नही आनी चाहिए। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 गुरू प्रसाद, एसपी ट्रैफिक सुधीर जायसवाल, सीएमओ डाॅ0 एके मिश्रा, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डाॅ0 वीके सिंह, एसडीएम सगड़ी अरविन्द कुमार सिंह, बाढ़ खण्ड एक्सीयन, पीडब्ल्युडी एक्सीयन, डीएसओ देवमणि मिश्रा, डीपीआरओ लालजी दूबे सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
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