डीएसओ देवमणि मिश्रा की कई शिकायतें मिलने पर पूर्व कमिश्नर ने कराई थी जांच
आजमगढ़ : जिले में राशन वितरण में अनियमितता पाए जाने की शिकायत पर जिलापूर्ति अधिकारी देवमणि मिश्रा को निलंबित कर दिया गया। इनके खिलाफ कई आरोप लगाए गए थे। उपायुक्त खाद्य केपी मिश्रा ने बताया कि डीएसओ के खिलाफ पूर्व मंडलायुक्त कनक त्रिपाठी के पास कई शिकायतें मिली थीं। डीएसओ ने डीलरों से मिलीभगत कर उन लोगों को भी राशन का वितरण कर दिया, जो खाद्य सुरक्षा योजना में पात्र नहीं थे। बिना ओटीपी के डीलरों ने गेहूं वितरित कर दिए, इनके खिलाफ रसद अधिकारी ने कोई कार्रवाई नहीं की। अपने मन मुताबिक डीलर बदल दिए जाते थे। लॉकडाउन में भी रसद वितरण की व्यवस्था सही नहीं थी। इन सारी शिकायतों को देखते हुए मंडलायुक्त ने जांच रिपोर्ट शासन को भेजी थी। उन्होंने कहा कि वितरण समय से नहीं होना, दुकानों के निलंबन व बहाली का आदेश करने के साथ ही अन्य मामले भी सामने आए। उन्होंने कहा कि जिन कोटे की दुकानों की जांच होती थी उस पर कार्रवाई नहीं होती थी। इन सभी की शिकायत मंडलायुक्त के पास अप्रैल व मई में की गई थी। जांच में अनियमितताओं की शिकायत सही पाई गई थी। उन्होंने बताया कि जैसे-जैसे शिकायत आती गई, वैसे-वैसे जांच होती गई। इसमें एक प्रकरण नहीं, बल्कि कई प्रकरण खुलकर सामने आए। उसकी जांच चल रही थी। बीच-बीच में कभी उप निदेशक भी मेरे साथ जांच में रहते थे। उन्होंने कहा कि हम लोगों ने जांचकर मंडलायुक्त को जांच रिपोर्ट भेजी। उसका परीक्षण करते हुए कमिश्नर ने शासन को रिपोर्ट भेज दी थी। मंडलायुक्त की रिपोर्ट के आधार पर डीएसओ को निलंबित कर अयोध्या के उप निदेशक कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया।
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