निजामाबाद मार्ग निवासी युवक अपनी पत्नी और बेटी के साथ मुंबई से घर आया था, वहीँ कोटिला अनुसूचित जाति की बस्ती में लुधियाना से कामगार आया था, सभी संक्रमित निकले
आजमगढ़ : अगर मंगलवार को कोरोना के एक साथ डेढ़ दर्जन मामले आने के बाद प्रशासन अचनाक सक्रिय हो उठा है तो उसकी वजह भी है। लॉक डाउन के बाद अनलॉक के दौर में बाहर से जिले में आने जाने पर रोक हट ही गई है तो वहीँ आम जनता भी लॉक डाउन के दौरान पढ़ाया गया सतर्कता का पाठ भूल चुकी है , इसकी झलक जिले भर के बाजारों में देखी जा सकती है। दुखद यह रहा की मंगलवार को एक बार फिर से जिले में कोरोना ब्लास्ट हो गया। आज आई 18 पॉसिटिव रिपोर्ट में से रानी की सराय क्षेत्र के कस्बा निवासी एक ही परिवार के तीन व पड़ोस के एक व्यक्ति संक्रमित निकले। जिसे प्रशासन ने गंभीरता से लिया और अब कस्बा क्षेत्र को पूरी तरह से सील कर दिया है। एहतियातन कस्बा में आवाजाही बंद कर दी गई है। इस क्षेत्र में कोई दुकान नहीं खुलेगी और दूधिया व सब्जी विक्रेता भी प्रवेश नहीं कर सकेंगे। कस्बा स्थित निजामाबाद मार्ग निवासी युवक अपनी पत्नी और बेटी के साथ 15 जून को मुंबई से घर आया था। सभी ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रानी की सराय में 19 जून को सैंपलिग कराई थी। मंगलवार को तीनों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई तो हड़कंप मच गया। इनके अलावा क्षेत्र के कोटिला अनुसूचित जाति की बस्ती में लुधियाना से कामगार आया था। युवक ने 19 जून को जांच कराई तो इसकी भी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। प्रभारी चिकित्साधिकारी सत्यप्रकाश ने बताया कि सभी को एंबुलेंस से भेजकर आइसोलेट कर दिया गया है। देर शाम तक प्रशासन द्वारा कंटेनमेंट जोन घोषित करते हुए इलाके को सील कर दिया। एक साथ चार कोरोना संक्रमित मरीज पाए जाने के बाद क्षेत्र में हड़कंप मचा है।
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