सोमवार देर रात हड़ताल होने का असर मंगलवार को दूसरे दिन देखने को मिला, स्वास्थ्य प्रशासन ने सेवा ठप्प होने से किसी तरह की परेशानी से इंकार किया
आजमगढ़ : वेतन विसंगति को दूर करने समेत अन्य मांगों को लेकर जिले के 102 एंबुलेंस सेवा सर्विसेज के सभी कर्मी हड़ताल पर चले गए हैं। सोमवार देर रात हड़ताल होने का असर मंगलवार को दूसरे दिन देखने को मिला। अस्पताल में मरीज-तीमारदार परेशान नजर आए। हालांकि स्वास्थ्य प्रशासन ने 102 एंबुलेंस के सेवा में होने के कारण किसी तरह की परेशानी से इंकार किया है। जिलाध्यक्ष राजीव कुमार शर्मा ने कहा कि जीवन रक्षा कार्य से जुड़े होने के बाद भी एंबुलेंस चालकों व सहायकों को न तो समय से वेतन मिलता है और न ही सुविधाएं मिल रही हैं। एंबुलेंस 102, 108 पर कार्यरत ईएमटी (इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन) व पायलट (चालक) कुशल श्रेणी के कर्मचारी हैं। इसके बाद भी उनके वेतन को लेकर विसंगतियां बनी हुई है। एंबुलेंस चालकों व सहायकों के वेतन भी समय से नहीं मिल रहे हैं। वेतन विसंगति समेत विभिन्न मांगों को लेकर सोमवार से (रविवार की रात 12 बजे के बाद) 102 के सभी एंबुलेंस कर्मी हड़ताल पर हैं। संघ के महामंत्री पंकज यादव ने कहा कि एंबुलेंस एजेंसी जीवीकेइएमआरआइ प्रबंध के जिम्मेदार अधिकारी भी उनकी मांगों को नहीं सुन रहे हैं। उनकी मांग है कि महंगाई भत्ता दिया जाए। एचआरए के रूप में मात्र एक हजार दिया जा रहा है। महंगाई चरम पर होने के इस दौरान में एक हजार से क्या होगा। प्रतिमाह सात तारीख के अंदर वेतन भुगतान किया जाए। शासन द्वारा निर्धारित न्यूनतम वेतन का भुगतान नियुक्ति तिथि से एरियर सहित किया जाए। रिलीवर के तौर पर और कर्मचारियों की नियुक्त की जाए। कर्मचारियों की नियुक्त तिथि स्पष्ट करते हुए वरिष्ठता सूची बने। ओवरटाइम का भुगतान नियमानुसार दोगुने दर से किया जाए। एंबुलेंस कर्मियों ने जिला महिला अस्पताल परिसर में अपनी गाड़ियां मंगलवार की दोपहर खड़ी कर नारेबाजी की। उन्होंने कहां कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होगी तब तक वे हड़ताल पर रहेंगे। इधर ग्रामीण क्षेत्रों में भी एंबुलेंस कर्मियों ने काम ठप कर अस्पतालों मे प्रदर्शन किया।
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